नई दिल्ली : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव देव एक बार फिर विवादित बयानों को लेकर चर्चा में हैं. राज्य में नई सरकार गठित होने के बाद लगता है उन्हें इस बात की समझ कम है कि किस परिस्थिति में किस प्रकार के शब्दों का प्रयोग करना चाहिए. खबर है कि भारतीय जनता पार्टी की ओर से उन्हें कई बार अपने बयानों पर लगाम लगाने की सलाह दी जा चुकी है लेकिन मुख्यमंत्री बिप्लब अपने बयान देने से चूकते नहीं. उन्होंने इसी कड़ी में मंगलवार को एक और बयान दे डाला.
मीडिया की रिपोर्ट्स के अनुसार इस बार उन्होंने कहा है कि उनकी सरकार को नाखून लगाने वाले का वह नाखून काट लेंगे. एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री विप्लव ने कहा कि कई बार सब्जी भाजी वाला कोई लौकी लेकर बाजार में आता है तो लोग उसमें इतने नाखून मार देते हैं कि वह खाने के योग्य नहीं रहता है. दूसरे ग्राहक उसे लेने से परहेज करते हैं. ऐसे में उस सब्जी विक्रेता को वह लौकी वापस ले जाना पड़ता है या फिर वह उसे किसी जानवर को खिला देते हैं. अपनी इसी बात को जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि कि मेरी सरकार में ऐसा कोई नहीं हो जो उंगली या नाखून लगा दे. अगर किसी ने ऐसा करने की कोशिश की तो उसका नाख़ून काट देना चाहिए.
इस बेतुके बयान और तर्क पर एक बार फिर राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया है. उनके राजनीतिक विरोधी वामपंथी दल के नेता और कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है. इससे पहले उन्होंने मिस वर्ल्ड का ताज जीतने वाली डायना हेडन की सुंदरता पर अजीबोगरीब ढंग से सवाल खड़ा कर दिया था. उससे पहले उन्होंने मैकेनिकल इंजीनियरिंग के छात्रों को आई ए एस नहीं बनने की बात की. एक बार तो उन्होंने यह कहकर हद कर दी कि युवाओं को सरकारी नौकरी मांगने की बजाय पान का दुकान खोल लेना चाहिए. उनके इस प्रकार के छिछले बयानों से भारतीय जनता पार्टी को हमेशा डिफेंसिव मोड में आना पड़ता है और उन्हें अपने इस युवा मुख्यमंत्री के विवादित बयानों का स्पष्टीकरण देना पड़ जाता है .
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री की इस बचकानी और अनुभव हीनता वाली हरकत से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह बेहद नाराज चल रहे हैं. उनके बयानों का यह सिलसिला कहीं उनके लिए कुर्सी छिनने वाले कारन न बन जाए .