2019 के चुनाव प्रचार के लिए ब्रिटिश एजेंसी कैम्ब्रिज एनालिटिका को ज़िम्मेदारी सौंपी : रविशंकर प्रसाद
नई दिल्ली : केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस पर सोशल मीडिया के जरिए चुनावों को प्रभावित करने की कोशिश के गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनाव प्रचार के लिए ब्रिटिश एजेंसी कैम्ब्रिज एनालिटिका को ज़िम्मेदारी सौंपी है, जिस पर कई गंभीर आरोप लगे हैं.
चुनावों में सोशल मीडिया का इस्तेमाल आम बात है. 2014 के लोकसभा चुनावों और उसके बाद के तमाम चुनावों में सोशल मीडिया का काफी इस्तेमाल हो रहा है. 2019 के लोकसभा चुनावों में भी सोशल मीडिया की अहम भूमिका रहेगी, ये भी काफी हद तक तय माना जा रहा है. लेकिन चुनावों से करीब साल भर पहले ही एक नया सियासी विवाद शुरू हो गया है. बीजेपी ने कांग्रेस पर सोशल मीडिया के जरिए आगामी चुनावों को प्रभावित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं. कानून मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कांग्रेस ने जिस कैम्ब्रिज एनालिटिका कंपनी को 2019 के लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है, उस पर रिश्वत लेने, राजनेताओं को फंसाने और ब्लैकमेल करने जैसे गंभीर आरोप लग रहे हैं. उन्होंने कांग्रेस से सवाल पूछा कि क्या कांग्रेस डाटा के हेरफेर और चोरी के जरिए चुनाव जीतना चाहती है.
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बीजेपी और सरकार बोलने की आजादी और सोशल मीडिया पर खुले विचारों का समर्थन करती है. लेकिन सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल और अवांछनीय तरीके से चुनाव जीतने की कोशिश की जाएगी तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. फेसबुक को सीधी चेतावनी देते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा कि अगर फेसबुक से किसी भी भारतीय का डाटा लीक हुआ तो सरकार सख्त कार्रवाई से नहीं हिचकेगी.
रविशंकर प्रसाद की यह प्रतिक्रिया उस मीडिया रिपोर्ट के बाद आई है, जिसमें कहा गया है कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की योजना 2019 में होने वाले आम चुनाव के दौरान इस ब्रिटिश फर्म का इस्तेमाल करने की थी.
गौरतलब है कि कैंब्रिज एनालिटिका एक ब्रिटिश डेटा एनालिटिक्स कंपनी है. यह वही कंपनी है जिसने 2016 में अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव के दौरान डोनॉल्ड ट्रंप का प्रचार किया था. इस पर आरोप लगा कि राष्ट्रपति चुनाव के दौरान इस कंपनी ने करीब 5 करोड़ फेसबुक यूजर्स का डाटा चुराया था, जिसे डोनॉल्ड ट्रंप के चुनाव प्रचार में इस्तेमाल किया गया. इस जानकारी को कथित तौर पर चुनाव के दौरान ट्रंप को जिताने में सहयोग और विरोधी की छवि खराब करने के लिए इस्तेमाल किया गया है. इसे फेसबुक के इतिहास का सबसे बड़ा डेटा लीक कहा जा रहा है. इस बात का खुलासा न्यूयॉर्क टाइम्स समेत तमाम मीडिया रिपोर्टों के जरिए में हुआ. खुलासे के बाद कंपनी ने अपने मुख्य कार्यकारी अलेक्जेंडर निक्स को सस्पेंड कर दिया है. खबर यह भी है कि फेसबुक के शेयर लुढ़क गए हैं और उसे काफी नुकसान हुआ है. इस मामले की जांच भी शुरू हो गयी है.
राहुल गांधी के सोशल मीडिया पर बढ़ते फैन्स पर भी प्रसाद ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्विटर फॉलोअर तेजी से बढ़े हैं. फेक फॉलोअर बढ़ाने के लिए इसका इस्तेमाल हुआ. उन्होंने पूछा कि राहुल गांधी की सोशल मीडिया प्रोफाइल में कैंब्रिज एनालिटिका की क्या भूमिका है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक से करीब 5 करोड़ यूजर्स की जानकारियां लीक होने के बाद पूरी दुनिया में इस मुद्दे को लेकर चर्चा चल रही है. कहा जा रहा है कि इन जानकारियों का इस्तेमाल कई देशों के चुनाव को प्रभावित करने के लिए किया गया है. वैसे यहां सवाल किसी पार्टी से जुडा नहीं है बल्कि सवाल निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने और देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था का है. किसी विदेशी कंपनी की ओर से सोशल मीडिया का दुरुपयोग चुनाव जीतने के लिए ये एक गंभीर मसला है.