हत्या के बाद दो दिन तक उसके ए टी एम् से पैसे निकलते रहे
गुरुग्राम पुलिस ने गुमशुदगी का मामला किया दर्ज
दिल्ली के महिपालपुर के पास जंगल से मिला शव, अब दिल्ली पुलिस करेगी हत्या की जांच
गुरुग्राम : जिला के मानेसर में काम करने वाले सुनील कुमार भट्ट उर्फ़ सुभाष की हत्या कर दी गई । सुनील मानेसर की डेसों इंडिया प्राइवेट लिमिटिड नाम की कम्पनी में काम करते थे । गुरुवार की शाम वह भाई के बच्चे के नामकरण में शामिल होने गुरुग्राम से हरिद्वार के लिए निकले। गुरुग्राम बस अड्डे में बस का इंतज़ार करने के दौरान इन्हें एक टैक्सी मिली आल्टो। जिसमें दो लोग पहले से सवार थे । शाम साढ़े सात बजे के आसपास ये निकले । रात 8:30 के क़रीब इनका पत्नी के नम्बर पर फ़ोन आया । जिसमें इन्होंने अपनी 4 महीने की बेटी का हालचाल लिया । वो फ़ोन अचानक से कट गया । उसके बाद एक मैसेज आया जिसमें लिखा था [HR29SB5524] ये नम्बर देख । उसके बाद से इनका फ़ोन नहीं लगा । पूरी रात कोशिश के बावजूद सम्पर्क नहीं हो पाया ।
रात भर उनके atm से कई जगह पैसे निकालने के संकेत हैं.
उसकी पत्नी का कहना है कि गुरुग्राम पुलिस ने सक्रियता नहीं दिखाई । उलटे हमसे कई सवाल किए और सिर्फ़ काग़ज़ में शिकायत लिखकर दे देने को कहा । गुरुग्राम पुलिस को गुरुवार सुबह लिखित में शिकायत दी थी । गुरुग्राम पुलिस ने शुक्रवार शाम 5:30 बजे गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखी। अब हत्या की जाँच दिल्ली कैंट पुलिस कर रही है। गुमशुदगी का मामला गुरुग्राम पुलिस के पास रहेगा
अब उनका शव मिला है । दिल्ली के महिपालपुर के पास जंगल से मिला है। सुनील की शादी पिछले साल ही दीपा से हुई थी। उनकी 2 महीने की बेटी है। मूलरूप से उत्तराखंड के चम्पावत जिले के वैला गाँव के थे सुनील। बेहद ग़रीब होने की वजह से परिवार आर्थिक रूप से उन्हीं पर निर्भर था।
सुनील अपनी पत्नी 27 वर्षीय दीपा के साथ गुरुग्राम के बैंक वाली गली, गांधी नगर गुरुग्राम में रहते थे। उनके PNB के एटीएम से पहली बार 10 हज़ार महिपालपुर के atm से निकाले । उसके बाद शालीमार बाग़, किंग्ज़वे कैम्प , और मजनू का टीला से atm से पैसे निकाले गये । शुक्रवार दिन में बिग बाज़ार में भी कार्ड स्वाइप करवाया गया। उनके पास आईसीआईसीआई का दूसरा atm कार्ड भी था । जिससे भी पैसे निकाले गये हैं। icici ने अभी तक लेनदेन की डिटेल नहीं दी है।