अन्तर्राष्ट्रीय कवियों की आवाज से गूंजेगा शिक्षक शौर्य सम्मान समारोह
गुडग़ांव, 9 सितम्बर: अखिल भारतीय लोक चेतना मंच के तत्वावधान में 10 दिसम्बर रविवार को दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक सैक्टर 10ए स्थित श्रीकृष्ण मंदिर, यादव भवन में यादव कल्याण परिषद के अध्यक्ष प्रवीन यादव की अध्यक्षता में आयोजित इस राष्ट्रीय हास्य कवि सम्मेलन एवं मनोहर शिक्षक शौर्य सम्मान समारोह में अन्तर्राष्ट्रीय कवियों का जमावाड़ा होगा।
उक्त जानकारी देते हुए श्रीमाता शीतला श्राइन बोर्ड के सदस्य एवं अखिल भारतीय लोक चेतना मंच के प्रवक्ता पं अमरचंद भारद्वाज ने कहा कि मंच द्वारा पिछले कई वर्षों से शिक्षक दिवस पर प्रतिभावना शिक्षकों को सम्मानित करने और कवि सम्मेलन के आयोजन का कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहा है। इस क्रम में इस बार भी उक्त कार्यक्रम का आयोजन कर समारोह के दौरान उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित किया जाएगा। पं अमरचंद ने कहा कि किसी भी देश और समाज के विकास के लिए शिक्षा को मजबूत करना जरुरी होता है। शैक्षणिक क्षेत्र तभी बेहतर हो सकता है जब उत्कृष्ट शिक्षकों को सम्मानित कर उनका उत्सावर्धन किया जाए। शिक्षक का सम्मान करने का मतलब शिक्षा का सम्मान करना है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा जगत के उत्साहवर्धन के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है और इसमें अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कवियों द्वारा उपस्थित शिक्षा जगत के लोगों सहित आम जनता का मनोरंजन एवं मार्गदर्शन किया जाएगा। कार्यक्रम के संयोजक एवं अखिल भारतीय लोक चेतना मंच के अध्यक्ष प्रधान कवि लालजी लाल लोकरा ने कहा कि इस कवि सम्मेलन में अन्तर्राष्ट्रीय कवियत्री श्रीमती तुषा शर्मा के साथ महेन्द्र शर्मा खलीलपुर वाले दिल्ली, सत्यदेव हरियाणवी, बागी चाचा उत्तर प्रदेश, मास्टर महेन्द्र झाझरिया, श्रीराम बाबू राम शर्मा दोसा, राजस्थान आदि मशहूर कवि गण मौजूद रहेंगे।
समारोह में बतौर मुख्य अतिथि गौ संरक्षक पूर्ण यादव लोचब के अलावा विशिष्ठ अतिथि के रुप मेें सरपंच अजीत सिंह दौलताबाद, कुंवर दीपक राव जागिरदार, डा. अशोक दिवाकर कुलपति स्टार एक्स यूनिवर्सिटी, हंसराज सैनी सरपंच सांपला व शेर-ए-पंजाब समाजसेवी विजय राव को आमंत्रित किया गया है। कवि लालजी लाल ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन श्री जगदीश सिंह आर्य की पावन स्मृति में किया जा रहा है। कार्यक्रम के दौरान शिक्षा, समाजसेवा और राजनीतिक व धार्मिक क्षेत्र के काफी अतिथियों को आमंत्रित किया गया है। इस कार्यक्रम के जरिए समाज में बेहतर शिक्षा का संदेश देने का काम भी किया जाता रहा है।