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खास खबर
: सीएम ने किये थे कई वादे, पर किसी एक पर भी अमल नहीं हुआ
: गोसेवा आयोग के 21 सदस्यों में एक भी मुस्लिम नहीं
यूनुस अलवी
मेवात : मेवात से गोहत्या का कल्ंाक मिटाने और गाय पालने को बढावा देने के मकसद से 13 सितंबर 2015 को राष्ट्रीय मुस्लिम मंच द्वारा फिरोजपुर झिरका कि अनाज मंडी में आयोजित किये गये राष्ट्रीय गोपालक महासम्मेलन कर हरियाणा सरकार भूल गई है। सम्मेलन में प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर और आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार और ऑल इंडिया इमाम आर्गेनाईजेशन के राष्ट्रीय सदर मोलाना उमेर इलयासी सहित काफी नेता और देश भर से गोपालक मौजूद रहे। वर्षो से गाय पालने पर सम्मेलन में मेवात के 30 गोपालकों सहित देश के 100 से अधिक लोगो को सेटिफिकेट देकर सम्मानित किया था। वहीं गांव पाटखोरी के गोपालकों ने सीएम खट्टर और आरएसएस नेता इंद्रेश कुमार को एक-एक गाये भेंट की थी तथा 25 सितंबर 2015 को बकरीद के दिन ‘गऊ दान’ के रूप में दोनो गायों की विदाईगी की गई थी। यानि सीएम खट्टर और इंद्रेश कुमार को गाऐ भेजी गई थी। इस सम्मेलन में हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात आदि राज्यों से गोपालक पहुंचे थे और भारी संख्या में मुस्लिम महिलाओं ने भी भाग लिया था। सम्मेलन के ठीक 15-20 दिन बाद हरियाणा सरकार ने प्रदेश का गोसेवा आयोग बनाया। मेवात निवासी भानीराम मंगला आयोग के चैयरमेन बने। लेकिन आयोग कि 21 सदस्यों कमेठी में एक भी मुस्लिम गोपालक या गोशाला संचालक को शामिल नहीं किया गया। मेवात के चार दर्जन से अधिक गावों में फिलहाल 30 हज़ार से अधिक गाऐं पाली जा रही है। मेवात के अकेले पाटखोरी गांव में दो हजार से अधिक गाय है। कई गोपालकों के पास 100 से 300 तक गाये मौजूद हैं। जिनका गाए पालने का पुष्तेनी धंधा है।
सीएम ने नहीं किया वादा पूरा
गोपालक सम्मेलन में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर ने मेवात में गायों को बढावा देने, गोपालकों को प्रोहोत्साहन देने तथा सरकार द्वारा गाय के मूत्र, गोबर और दूध के खरीदने का इंतजाम करने का भरोसा दिया था। सम्मेलन के करीब दो साल होने जा रहे हैं लेकिन अभी तक सरकार कि ओर से गोपालकों के लिये कोई योजना नहीं बन पाई है। इतना ही नहीं गोसेवा आयोग बनने के बाद से अब तक मेवात में आयोग कि ओर से गोपालकों के लिये कोई सेमीनार तक नहीं कराया गया है। सरकार गोपालको को योजना बनाती है तो मेवात के हजारों लोगों को रोजगार से जोडा जा सकता है।
क्या कहते हैं गोप्रकोष्ट हरियाणा संयोजक ?
राष्ट्रीय मुस्लिम मंच गोप्रकोष्ट के प्रदेश संयोजक हकीम आस मोहम्मद का कहना है कि जब सरकार ने गोसेवा आयोग बनाया तो उसमें मेवात कि एक मात्र मुस्लिम गोशाला हवननगर के संचालक या किसी मुस्लिम गोपालक को आयोग का सदस्य बनाया जा सकता था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। गोसेवाआयोग का मेवात के गोपालकों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है।
क्या कहते हैं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के नेता ?
आरएसएस द्वारा संचालित मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय संयोजक खुरशीद राजाका का कहना है कि उनकी संस्था का काम था सरकार और लोगों को जागरूक करना था। उन्होने सम्मेलन कर सरकार को बता दिया कि प्रदेश में सबसे ज्यादा गोपालन मुस्लिम समाज के लोग करते हैं। सरकार को चाहिऐ कि मेवात के गोलापलको को प्रोहोत्साहन देकर गाय पालने को बढावा देने के लिये कदम उठाने चाहियें।