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कूड़ाघर शिफ्ट करने का मामला पहुंचा प्रधान मंत्री कार्यालय
गुरूग्राम:मंदिर और स्कूल के साथ बने कूड़ाघर को शिफ्ट करने को लेकर गुरूग्राम नगर निगम के अधिकारी मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को गुमराह कर रहे हैं। मेन रोड के एक तरफ के हिस्से पर कब्जा कर निगम अधिकारियों ने लगभग 20 ग् 50 फुट साइज का एक विशाल कूड़ाघर बना दिया है।
मानव आवाज संस्था के संयोजक अभय जैन और प्रवक्ता बनवारी लाल सैनी ने बताया कि संस्था ने कूड़ाघर शिफ्ट कराने को लेकर पिछले दिनों मुख्यमंत्री से गुहार लगाई थी। लेकिन नगर निगम अधिकारियों ने गलत जवाब देकर मुख्यमंत्री को भी गुमराह करने का काम किया है। निगम अधिकारियों ने जवाब में कहा है कि यह कूड़ाघर करीब 20-25 वर्ष पुराना है और आस-पास के लोग यहां कूड़ा डालते हैं, जोकि सरासर झूठ है।
श्री अभय जैन ने बताया कि निगम यहां से हर दिन लगभग 10 ट्रक कूड़ा उठाता है। यह हास्यप्रद लगता है कि आस-पास के लोग 10 ट्रक कूड़ा यहां डाल देते हैं। यहां कूड़ा निगम कर्मचारियों द्वारा डाला जाता है।
इस कूड़ाघर से पूरे इलाके में बदबू रहती है। साथ लगते स्कूल और मंदिर दोनों पवित्र स्थान हैं लेकिन बदबू के चलते बुरा हाल है। इनके अलावा बगल की गली में एक बड़ा हनुमान मंदिर व दो अन्य सरकारी स्कूल भी इस कूड़ाघर से प्रभावित हैं। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अक्सर अध्यापकों को बदबू की शिकायत करते हैं। इसके चलते स्कूल के बच्चे बीमार भी हो रहे हैं लेकिन नगर निगम अधिकारियों की उदासीनता के चलते समस्या जस की तस बनी हुई है।
गर्मी के दौरान तो यहां हाल बेकाबू हो जाता है। बदबू के कारण कूड़ाघर के आस-पास 100 मीटर इलाके में खड़ा हो पाना संभव नहीं है।
इलाके के लोग लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि शहर में बने कूड़ाघरों को आबादी से दूर शिफ्ट किया जाये लेकिन नगर निगम अधिकारी इसे लेकर पूरी तरह उदासीन रहे हैं।
श्री जैन ने बताया कि कूड़ाघर को शिफ्ट करने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय एवं हरियाणा मानवाधिकार आयोग में शिकायत की गई है। लगभग 400 मीटर की दूरी पर निगम की अपनी जमीन है जहां पर यह कूड़ाघर आसानी से शिफ्ट किया जा सकता है।