नवसारी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपना 66वां जन्मदिन बेहद अलग अंदाज में मनाया. इस अवसर पर गुजरात के नवसारी में एक रैली का आयोजन किया गया. इस रैली में लगभग 11 हजार से अधिक दिव्यांगों को व्हीलचेयर, तिपहिया साईकिल, स्मार्ट स्टिक, मानसिक रूप से दिव्यांगों को खास तरह के सॉफ्टवेयर युक्त स्मार्टफोन, लैपटॉप, ब्रेल स्क्रिप्ट, कैलिपर्स और अन्य उपकरणों के अलावा स्कॉलरशिप भी दी गईं. लेकिन इस मौके पर पीएम के जन्मा दिन को और खास बना दिया एक दिव्यांग बच्ची ने. मोदी उसे गोद में उठाकर मंच तक ले गए और उसने माइक पर रामायण की चौपाई गाकर सभी को चौका दिया. तालियों से सबने उसकी सराहना की.
पीएम मोदी से बात करने और उनसे स्पेशल किट लेने के लिए स्टेज पर आने वालों में शामिल इस दिव्यांग बच्ची का नाम था गौरी शार्दुल. उसे देख कर प्रधानमंत्री उस बच्ची का हाथ पकड़कर उसे माइक के पास ले गए. उन्होंने गौरी को गोद में उठा लिया और माइक सौंपते हुए उसे रामायण सुनाने के लिए प्रोत्साहित किया.
पहले गौरी कुछ घबराई, फिर उसने अपने बारे में बताया, मैं गौरी हूं. पूजा और योगी राज शार्दुल की दिव्यांग बेटी. मैं कक्षा 1 में पढ़ती हूं.
प्रधानमंत्री ने बारम्बार गौरी से रामायण सुनाने को प्रोत्साहित किया. फिर उसने माइक पर रामायण सुनाना शुरू कर दिया.
इसके बाद पीएम मोदी ने वहां मौजूद लोगों से संवाद स्थापित करते हुए गुजराती में कहा, ‘मैं भाग्यशाली हूं कि इस दिन को इतने सारे दिव्यांग लोगों के साथ मनाया. क्या किसी प्रधानमंत्री ने आज तक ऐसा किया.
इस अवसर पर उन्होंने सभी भाषायी क्षेत्रों के लिए सांकेतिक भाषा के एक सार्वभौमिक पाठ्यक्रम की भी घोषणा की.
इस समारोह में उन्होंने करीब 11,232 दिव्यांगों को व्हीलचेयर, तिपहिया साईकिल, स्मार्ट स्टिक, मानसिक रूप से दिव्यांगों को खास तरह के सॉफ्टवेयर युक्त स्मार्टफोन, लैपटॉप, ब्रेल स्क्रिप्ट, कैलिपर्स और अन्य उपकरणों के अलावा स्कॉलरशिप भी दी गईं.
क्यों खास रहा मोदी का जन्मदिन ?
Font Size