जमिये उलेमा हिंद की मुहिम का असर

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यूनुस अलवी
मेवात: घरों में शौचालय बनाने सहित चार मुद्दों को लेकर लोगों के बीच पैगाम लेकर जा रही जमीयते उलेमा हिंद ने शनिवार को पुन्हाना खंड के गांव गुलालता में छिरकलौत गौत्र कि बज्जा पाल के बाईसी के प्रमुख लोगों को अपना संदेश दिया। इस मौके पर बज्जा गौत्र के 22 गावों के पंच, सरपंच, उलेमा और प्रमुख लोग मौजूद थे। इस मौके पर आयोजित पंचायत को जमीयते उलेमा हिंद कि नोर्थ जोन (हरियाणा, पंजाब, चंदीगढ और हिमाचल प्रदेश) के सदर मोलाना याहया करीमी ने सम्बोधित कर अपने घरों में शौचालय बनाने, शादी में डीजे ना बजाने और शराब पीकर बारात में ना जाने का लोगों से वादा लिया। वहीं उन्होने शादी में डीजे बजाने, शराब पीकर बारात में आने और जिन घरों में शौचालय नहीं उन दूल्हा-दुल्हन का निकाह ने पढाने का लोगों से आवहवान किया। लोगों ने भी हाथ उठाकर उनके पैगाम का पूरा समर्थन करने का वादा किया।जमिये उलेमा हिंद की मुहिम का असर 2
 
       तंजीम जमीयते उलेमा हिंद के नोर्थ जोन (हरियाणा, पंजाब, चंदीगढ और हिमाचल प्रदेश) के सदर मोलाना याहया करीमी ने पंचायत को सम्बोधित करते हुऐ कहा कि मुसलमान अपने वसूलों से भटक रहा है। इसलाम धर्म में जहां जुआ, सट्टा, चोरी, ब्लात्कार, हत्या, धोखा-धडी, चुगली, एक दूसरे से नफरत को बडा गुनाह बताया गया है वहीं विवाह शादियों में नांच गाना, डीजे बजाना और शराब पीने और पिलाने को भी बडा गुनाह करार दिया गया है। वहीं इस्लाम धर्म में साफ-सफाई यानि पाकी को आधा इमान कहा गया है। उन्होने कहा कि समाज के जिम्मेदार लोगों को बुराईयों पर रोक लगाने के लिये आगे आना होगा। जब तक इलाके के पंच, सरपंच, चौधरी और उलेमा आगे नहीं आते तक तक कोई मिशन कामयाब नहीं हो सकता है। उन्होने कहा आज बुराईयों पर नकेल कसने की जरूरत है। अगर इन बुराईयों पर रोक नहीं लगाई गई तो एक दिन हमारे युवा गलत रास्तों पर चल पडेगें जिसकी जिम्मेवारी समाज के जिम्मेदार लोगों पर होगी।
 
      मोलाना याहया करीमी ने कहा कि मेवात में जितने भी बलात्कार के मामले धटते हैं उनमें अधिक्तर खुले में शौच के लिऐ रात के समय घरों से बहार निकला है। उन्होने कहा कि घर के जिम्मेदार लोगों का फर्ज बनता है कि वे अपनी बहन-बेटियों को ऐसी घटनाओं से रोकने और उनकी अस्मत कि हिफाजत करने के लिये घरों में शौचालय बनाऐं। उन्होने कहा कि जमियते उलेमा हिंद के आहवान पर पुन्हाना खंड के 110 गावों के हजारों इमामों ने फैंसला लिया है कि जिन शादियों में डीजे बजाऐगें जाऐगें, शराब पीकर बराती आऐगें और जिन दुल्हा-दुल्हनों के घरों में शौचालय नहीं होगें उनका निकाह नहीं पढाया जाऐगा। उन्होने लोगों से आहवान किया कि इस मुहिम को अमली जामा पहराने के लिये लोग साथ दें। उन्होने कहा कि अपने फायदें के लिये हमको सरकार कि आर्थिक सहायता कि तरफ नहीं देखना चाहिये बल्कि घरों में शौचालय खुद इंसान कि जरूरत है।
 
 इस मौके पर गांव बज्जा बाईसी के चौधरी शौकत, निज्जर सरपंच, नसीर सरंपच, नसरू सरपंच, प्रेम सरपंच, मोलाना अरशद, मोलाना उमर मोहम्मद, हाजी अली मोहम्मद, हसन सरपंच, मोलाना शौकत, मोलाना हामिद, कारी इसराईल, मुबारक अली, मोलाना शाकिर, मोलाना अरशद कासमी, साजिद करीमी सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे।
 

कौन-कौन से गावों के लोगों ने भाग लिया  

पंचायत में बज्जा बाईसी के गांव गुलालता, सिरौली, राजपुर, जालिका, लाहाबास, मुढेता, रायपुर, काटपुरी, भूरियाकी, गागडबास, घूंटा, औथा, हींगनपुर और जाडौली सहित करीब 22 लोगों के इमाम, उलेमा, पंच, सरपंच और प्रमुख लोगो नें पंचायत में हिस्सा लिया। इस मौके पर सभी गांव के लोगों ने जमियते उलेमा हिंद कि मुहिम का स्वागत किया। 

 

पालों के चौधरियों ने क्या कहा?

इस मौके पर सिरौली बज्जा बाईसी पाल के चौधरी शौकत अली उर्फ घुडचढी, गुलाता के सरपंच नसीर, नसरू और राजपुर के सरपंच निज्जर ने कहा कि जमीयते उलेमा हिंद का यह अच्छा कदम है। इससे इलाके में बुराईयों पर नकेल कसेगी और लोग अपने घरों में शौचालय बनाने के लिये आगेे आऐगें। उन्होने कहा कि वह अपनी बाईसी के सभी 22 गावों में घर-घर लोगों लोगों को इसके लिये प्रेरित करेगें।

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