कानूनी तरीके से ही एसवाईएल का पानी मिलेगा : राव अभय

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कानून हाथ में लेना अनैतिक, कोर्ट के फैसले का अनुसरण जरूरी  

एसवाईएल मुद्दे पर इनैलो के ऐलान से भाजपा नेता असहमत

गुडग़ांव : सतलुज यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के मुद्दे पर इनैलो द्वारा 23 फरवरी को इस्माइलपुर से नहर की खुदाई शुरु करने के ऐलान पर भाजपा नेताओं ने असहमति व्यक्त की है। वरिष्ठ भाजपा नेता, पूर्व चेयरमैन राव अभय सिंह ने इनैलो के इस निर्णय को अनैतिक करार देते हुए कहा कि कानून को हाथ में लेने से नहीं बल्कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए फैसले का अनुसरण करने से ही एसवाईएल का पानी हरियाणा को मिल सकेगा।
राव अभय ने उक्त उद्गार शुक्रवार को गुडग़ांव के विभिन्न इलाकों के लोगों के साथ हुई बैठक के दौरान व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि इनैलो के इस गलत निर्णय को सरकार को रोकना होगा। इसी तरह का प्रयास चौधरी भजन लाल के कार्यकाल में किया गया था और तब से अब तक नहर के निर्माण का काम खटाई में पड़ा है। राव अभय ने कहा कि एसवाईएल कैनाल पूरे हरियाणा, खासकर दक्षिण हरियाणा के लिए जीवन रेखा है। सतलुज व यमुना नदियों के पानी को करनाल के मुनक हेड में जोडऩे वाली यह नहर पंजाब से होकर हरियाणा के अंबाला से हरियाणा में प्रवेश करती है। मुनक हेड इस पानी को दक्षिण हरियाणा तक पहुंचाने की योजना भी पूर्व निर्धारित है।

उनके अनुसार 1982 में बतौर केन्द्रीय कृषि मंत्री के रुप में राव विरेन्द्र सिंह ने इस नहर का काम पूरा कराने के लिए उस समय प्रधानमंत्री रहीं इंदिरा गांधी के साथ पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के मुख्यमंत्रियों की संयुक्त बैठक कर तीनों राज्यों के पानी का बंटवारा सुनिश्चित कराया। पंजाब के कपूरी में नहर की खुदाई का काम शुरु हुआ और यह दो साल में पूरी होनी थी। इसके बाद कई अड़चनें आतीं रहीं और नहर का काम अब तक अधूरा पड़ा है।

राव अभय ने कहा कि दक्षिण हरियाणा के लोगों को आज भी एसवाईएल के पानी का इंजतार है क्योंकि हरियाणा के अन्य हिस्सों में नहरी पानी है भी तो दक्षिण हरियाणा के अधिकतर इलाके आज भी नहरी पानी से वंचित हैं। ऐसे में यहां के लोगों को हर हालत में एसवाईएल के पानी की दरकार है। इस मुद्दे से किसी राजनीतिक पार्टी को खिलवाड़ करने का अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा कि उक्त विचार केवल उनका एकमात्र नहीं बल्कि दक्षिण हरियाणा के लोग चाहते हैं संवैधनिक तरीके से शीघ्र एसवाईएल के हरियाणा के हिस्से का पानी यहां आए। राव अभय के अलावा बैठक में उपस्थित सत्यनारायण एडवोकेट, सिकंदर सिंह सरपंच चरण सिंह खडख़ड़ी, रामबीर, शेर सिंह यादव गुडग़ांव, विरेन्द्र यादव कासन, जितेन्द्र यादव सिकन्दरपुर आदि लोगों ने भी इनैलो के निर्णय पर असहमति व्यक्त की।

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