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शौचालयों को दी जाने वाली सब्सिडी तुरंत बंद करने की मांग
मेवात को ओडीएफ बनाने के लिये प्रशासन व उलेमा के बीच सहयोग पर बल
यूनुस अलवी
मेवात : बंगला देश को शतप्रतिशत ओडीफ(खुले में शौचमुक्त) करने पाकिस्तान और साउथ अफ्रीका के देशो को ओडीएफ बनाने कि मुहिम में जुडे तथा ‘‘समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता’’(सीएलटीएस) संस्था के फाउंडर गोल्ड मेडलिस्ट डाक्टर कलमकार ने कहा कि खुले में शौचमुक्त बनाने कि मुहिम से मेवात के उलेमा और मस्जिदों के इमामों के जुड जाने से मेवात जल्द ही शौचमुक्त हो सकेगा। उनका कहना है कि मेवात जिला में करीब 8 हजार मस्जिदें हैं। उन्होने कहा बंगला देश, इंडोनेशिया, पाकिस्तान और अफ्रीकी देश सुडान सभी में ओडीएफ कि मुहिम से इमामों के जुडने से ही कामयाबी मिली है। मस्जिदों के इमाम चाहें तो मेवात कि 13 लाख कि आबादी को तीन महिने में ही ओडीएफ बनाया जा सकता है। उन्होने जमियते उलेमा हिंद तंजीम की उस पहल का स्वागत किया है जिसमें इमामों ने बिना शौचालय वाले दुल्हा-दुल्हन का निकाह ना पढाने का पैंसला लिया है।
डाक्टर कलमकार ने कहा कि जब बिना अनुदान दिये बंगलादेश जैसा गरीब मुल्क ओडीएफ बन सकता है तो हिंदुस्तान क्यों नहीं बन सकता। उनका कहना है कि हिंदुस्तान में 63 करोड खुले में शौच जाते हैं जबकि 95 करोड लोगों के पास स्मार्ट फोन हैं क्या ये लोग अपने घर में शौचालय नहीं बना सकते हैंं। उन्होने कहा सरकार को शौचालयों पर दी जाने वाली सहायता तुरंत बंद कर देनी चाहिये। उन्होने कहा कि खुले में शौच जाने कि वजह से देश में हर घंटे में 35 से 40 लोगों कि डाईरिया से मौत हो जाती है।
जमियते उलेमा हिंद की नोर्थ जोन(हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंदीगढ) के सदर मोलाना याहया करीमी ने कहा कि उनकी तंजीम पहले से जिन दुल्हा-दुल्हनों के घर में शौचालय नहीं हैं उनका निकाह ना बढाने का फैंसला ले चुकी है। खुले में शौच मुक्त बनाने के लिये उनकी तंजीम पहले हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और चंदीगढ में मुहिम चलाऐगी उसके बाद इस मुहिम को पूरे देश में शुरू किया जाऐगा। उनका कहना है कि इस मुहिम में मेवात कि आठ हजार मंजिदों के इमाम केवल निकाह ने पढाने तक ही सीमित नहीं रहेगें बल्कि मस्जिद के नजीद लगने वालें घरों में शौचालय बनाने, सफाई अभियान, नशा मुक्त अभियान और डीजे-नाच गाना बजाने का अभियान भी चलाऐगें। उनका कहना है कि जिस तरीके से मेवात के इमाम और उलेमा इस मुहिम का सहयोग कर रहे हैं उससे लगता है कि मेवात जल्द ही इन बुराईयों से दूर होगा।
वहीं मोलाना शेर मोहम्मद अमीनी का कहना है कि इसलाम धर्म के पैगंबर हजरत मुहम्मद साहब ने साडे चौधह सौ साल पहले सफाई का हुक्म दिया है। जिनमें से घरों में शौचालय बनाने और सफाई का आदेश दिया था। उनका कहना है कि इसलाम धर्म में सफाई को आधा इमान कहा गया है।
मेवात उपायुक्त मणि राम शर्मा ने उलेमा और मसिदों के इलामों की पहले का स्वागत करते हुऐ कहा कि अब इसलाम धर्म के उलेमाओं कि तरफ हिंदु समाज के धर्म गुरूओं को भी आगे आना चाहिये जिस तरीके से इमामों ने बिना शौचालय वाले दुल्हा-दुल्हनों का निकाह ने बढाने का फैंसला लिया है ऐसे ही हिंदु धर्म के पंडितों को फैंसला लेना चाहिये कि जिस घर में शौचालय ना हो उनके फैरे ना कराये जायें।
‘‘समुदाय संचालित सम्पूर्ण स्वच्छता’’(सीएलटीएस) संस्था कि ओर से मेला मुक्त मेवात बनाने के 13 से 17 फरवरी तक नूंह में पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला कि शुरूआत कि गई। इस मौके पर जिले के अधिकारी, मस्जिदों के इमाम, कई सस्थाओं के सदस्यों के अलावा जमियते उलेमा हिंद के नोर्थ जोन के सदर मोलाना याहया करीमी, मोलाना शेर मोहम्मद अमीनी, डीसी मणिराम शर्मा, मध्यप्रदेश के पूर्व चीफ सैक्ट्री दीपक शरण, एडीसी नरेश कुमार नारवाल सहित काफी प्रमुख लोग मौजूद थे।