पटना के गाँधी मैदान में गणतंत्र दिवस पर रामनाथ कोविंद का संबोधन
नीरज कुमार
पटना : देश आज 68वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस अवसर पर पूरे बिहार में उत्साह का माहौल है। पटना के गांधी मैदान में राज्यपाल रामनाथ कोविंद ने पूर्वाह्न 09.00 बजे झंडोत्तोलन किया। इसके पहले उन्होंने पटना के कारगिल चौक पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी उपस्थित थे।
गणतंत्र दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए। सीसीटीवी से चप्पे-चप्पे पर कड़ी नजर रखी गई। कार्यक्रम में 20 हजार अतिथियों को आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर आयोजित परेड का नेतृत्व बिहार रेजिमेंट के मेजर शैलेंद्र वर्मा कर रहे थे। इसमें 20 टुकड़ियां शामिल रहीं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि बिहार में कानून का राज स्थापित करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। बगैर भेदभाव के अपराध नियंत्रण का काम जारी है। राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति लागू की गई है। नागरिको को कानूनी अधिकार देकर देकर उन्हें सशक्त बनाया गया है। बिहार ऐसा करने वाला देश का पहला राज्य है।
11 को दिए शौर्य पुरस्कार
इसके पहले राज्यपाल ने 11 लोगों को शौर्य पुरस्कार से सम्मानित किया।
11 झांकियों का प्रदर्शन
गणतंत्र दिवस के अवसर पर गांधी मैदान में प्रदर्शित 11 झांकियों में बिहार की गाथा दिखाई गई। इन झांकियों में बिहार के बदलाव की कहानी थी। सूबे में बिहार शिक्षा परियोजना परिषद ‘चहक’ कार्यक्रम को झांकी के माध्यम से खेल-खेल में पढ़ते-पढ़ाते हुए दिखाया गया। इनमें विश्व धरोहर नालंदा विश्वविद्यालय का खंडहर भी थे, जहां महात्मा बुद्ध ध्यानमग्न दिख रहे थे।
स्वास्थ्य विभाग की राज्य स्वास्थ्य समिति ने बेटी बचाओ अभियान को प्रदर्शित किया तो पंचायती राज विभाग की प्रदर्शनी लोकतंत्र की नींव स्वच्छ, सशक्त एवं पारदर्शी पंचायत पर आधारित रही। सहकारिता विभाग, समाज कल्याण विभाग, कृषि विभाग, सूचना एवं जन संपर्क विभाग के तरफ से भी कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।