गुरुग्राम,06 सितंबर। स्वास्थ्य विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने आज कहा कि कोरोना की दूसरी लहर की कमियां हमारे लिए इंडीकेटर अर्थात् सूचक थी और उसी को ध्यान में रखते हुए हमारी तैयारी क्या होनी चाहिए , उसी हिसाब से हमने सारा वर्कआउट किया है। उन्होंने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि ज्यादा वैक्सीनेशन होने के बाद शायद कोरोना की तीसरी लहर उस प्रकार से ना आए जैसी वह लहर थी, लेकिन यदि तीसरी लहर आती भी है तो हम पहले से बेहतर कर पाएंगे।
राजीव अरोड़ा गुरूग्राम के सैक्टर-44 स्थित अपैरल हाउस में गुरूग्राम, नूंह और रेवाड़ी जिलों में कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारियांे की समीक्षा बैठक के बाद वहीं पर मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे।
एक सवाल के जवाब में श्री अरोड़ा ने इन तीनो जिलों में की गई तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि इन जिलों में स्वास्थ्य विभाग , प्राइवेट अस्पतालों , मैडिकल कॉलेज आदि ने कोरोना की दूसरी लहर के बाद अपनी अपनी स्वास्थ्य सुविधाओं में इजाफा किया है, चाहे वह पीएसए प्लांट लगाने की बात हो या आईसीयू बैड , वैंटिलेटर आदि की उपलब्धता की बात हो। इन विषयों पर काफी तैयारियां की गई हैं। स्टॉफ की ट्रेनिंग आदि भी करवाई गई हैं । कहने का तात्पर्य है कि तैयारी पहले से काफी ज्यादा है। श्री अरोड़ा ने उम्मीद जताई कि इस बार पहले जैसी दिक्कत नही आएगी।
बच्चों के संक्रमित होने की आशंकाओं को लेकर पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में श्री अरोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार अस्पतालों में उपलब्ध आईसीयू , ऑक्सीजन बैड आदि में से 20 प्रतिशत सुविधाएं बच्चों के लिए होनी चाहिए, इसलिए एनआईसीयू, बच्चों , शिशु , बड़े बच्चों आदि के लिए स्वास्थ्य सुविधाएं जुटाने पर बल दिया जा रहा है।