-सूचना, जनसंपर्क विभाग के जागरूकता वाहन सहित शहरी निकाय के कुल 241 वाहन कर रहे हैं जिलावासियों को जागरूक
गुरुग्राम, 24 मई। कोरोना महामारी के इस दौर में जागरूकता वाहनों द्वारा अब ऐसे गांवो पर ध्यान केन्द्रित करते हुए काम किया जा रहा है जहां संक्रमण के मामले अपेक्षाकृत अधिक है। इस दौरान ग्रामीणों से वैक्सीनेशन अभियान सफल बनाने की भी अपील की जा रही है।
उपायुक्त डा. यश गर्ग ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता अभियान को पहले की अपेक्षा अब तेज कर दिया गया है। इस दौरान उन गांवों पर विशेष फोकस किया जा रहा है जहां संक्रमण के मामले ज्यादा आ रहे हैं। इन गांव में प्रचार अभियान के साथ-साथ टेस्टिंग व ट्रैकिंग का अभियान भी सुचारू रूप से जारी है।
उन्होंने बताया कि जिला के ग्रामीण क्षेत्रों में जन जागरूकता के लिए जिला सूचना जनसंपर्क विभाग का एक जागरूकता वाहन तथा शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग के 240 वाहनों द्वारा पूरे जिला को कवर करते हुए लोगों को कोरोना वायरस से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में संक्रमण के मामले काफी कम आए हैं लेकिन इसके बावजूद जब तक संक्रमण पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता जिला के शहरी व ग्रामीण जन जागरूकता मुहिम जारी रहेगी ।
प्रिंट्र इलेक्ट्रोनिक, सोशल व जागरूकता वाहन से कर रहें हैं लोगों को जागरूक – उप निदेशक एनसीआर
सूचना जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के उप निदेशक एनसीआर आर एस सांगवान ने बताया कि महानिदेशक डा.अमित कुमार अग्रवाल व उपायुक्त के दिशा-निर्देशानुसार लोगों को कोरोना वैश्विक महामारी से बचाव रखने बारे जागरूकता वाहन से जागरूक किया जा रहा है कि अनावश्यक रूप से लोग अपने घरों से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया कि लोगों को जागरूक बनते हुए स्वस्थ रहने का संदेश प्रचार माध्यमों से दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना के सुरक्षा नियमों का पालन करते हुए सरकार की सभी हिदायतों का पालन करने और एक जागरूक नागरिक बनते हुए कोरोना संक्रमण चक्र को तोडने की अपील में भागीदार बनने के लिए आमजन को प्रेरित किया जा रहा है। लोगों को बताया जा रहा है कि यदि कोरोना महामारी के दौरान किसी भी प्रकार की शिकायत अथवा सुझाव हैं तो लोग प्रशासन के हेल्पलाइन नंबर-1950 पर दे सकते हैं। जिला के लोगों को प्रिंट, इलेक्ट्रोनिक व सोशल मीडिया पर भी कोरोना रोकथाम की दिशा में सरकार व प्रशासन की ओर से उठाए जा रहे बचाव के उपायों से अवगत कराया जा रहा है।
-ग्रामीणों को ब्लैक फंगस संबंधी लक्षणों के बारे में भी किया जा रहा है जागरूक
जागरूकता अभियान के दौरान लोगों को बताया जा रहा है कि यदि उन्हें आंख और नाक में दर्द, आंख के चारों ओर लालिमा, नाक का बंद होना, नाक से काला या तरल द्रव्य निकलना, जबड़े की हड्डी में दर्द, चेहरे में एक तरफ सूजन, नाक तालु काले रंग का होना, दांत में दर्द, दातों का ढीला होना, धुंधला दिखाई देना, शरीर में दर्द होना, त्वचा में चकत्ते आना, छाती में दर्द, बुखार आना, सांस की तकलीफ होना, खून की उल्टी व मानसिक स्थिति में परिवर्तन आदि लक्षण दिखाई दे ंतो लापरवाही ना बरतें और तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें।