लखनऊ, 08 अप्रैल । उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के बढ़ते कहर को देखते हुए योगी सरकार ने बुधवार को बड़ा फैसला लिया है। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश के 15 जिलों के हॉटस्पॉट इलाकों को 13 अप्रैल तक पूरी तरह सील करने के आदेश दिए हैं। आज रात 12 बजे के बाद लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, आगरा, कानपुर, वाराणसी, शामली, मेरठ, सीतापुर, बरेली, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, बस्ती, सहारनपुर और महाराजगंज के जिन इलाकों में कोरोना का मरीज पाए गए हैं वो सील कर दिए जाएंगे। यहां दवाई भी खरीदने के लिए बाहर जाने की अमुमती नहीं मिलेगी। हर वस्तु घर पर मुहैया कराई जाएगी। यहां तक कि इन इलाके में मीडिया को भी जाने की अनुमति नहीं होगी जबकि आम नागरिकों को दिए गए कर्फ्यू पास भी अब रद्द कर दिए जाएंगे। पुलिस ड्रोन से इन क्षेत्रों की निगरानी करेगी ।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव राजेन्द्र तिवारी ने आज एक प्रेस वार्ता में बताया कि मुख्यमंत्री ने आज बैठक की। उन्होंने निर्देश दिए कि 15 जिलों में, जहां 6 या 6 से अधिक केस पाए गए हैं, वहां हाॅट स्पाॅट्स को चिन्हित कर, वहां सख्त व्यवस्था लागू की जाए।
सीतापुर में 1 हाॅटस्पाॅट 1 थाने में, लखनऊ में 8 बड़े और 4 छोटे हाॅटस्पाॅट्स 11 थानों में हैं।
बस्ती में 3 हाॅटस्पाॅट्स 2 थानों में, फिरोजाबाद में 3 हाॅटस्पाॅट्स 1 थाने में, सहारनपुर में 4 हाॅटस्पाॅट्स 4 थानों में, महराजगंज में 4 हाॅटस्पाॅट्स 2 थानों में मिले हैं।
इन हाॅटस्पाॅट्स में डोर-टू-डोर मैनेजमेंट किया जाएगा और पूरे एरिया को हाउस-टू-हाउस माॅनिटर करके कार्रवाई की जाएगी। इन 15 जिलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग की गई है।
इन 15 जिलों के हाॅटस्पाॅट्स के अलावा बाकी जगहों पर जो लाॅकडाउन की प्रक्रिया अभी तक लागू है, वह लागू रहेगी। किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है।
इन 15 जिलों के हाॅटस्पाॅट्स में विशेष जनसहयोग लेकर 100 प्रतिशत लाॅकडाउन का पालन करना होगा। जो थोड़ी बहुत रियायत थी, वह रियायत नहीं रहेगी।
जो सबसे ज्यादा प्रभावित 15 जनपद हैं, वहां के हॉटस्पॉट्स पर सैनिटेशन विशेष रूप से इम्प्रूव किया जाएगा। वहां फायर सर्विस की गाड़ियों को लगाकर एक्स्टेंसिव सैनिटेशन की कार्रवाई की जा रही है।
यानी लोग बाहर आकर खरीदारी नहीं कर सकेंगे चाहे दवा हो, बैंकिंग सर्विसेज हों, या फिर किसी भी प्रकार की सर्विसेज हों, सभी उनको आवश्यकतानुसार उनके डोरस्टेप पर उपलब्ध कराई जाएंगी।
सौ प्रतिशत लाॅकडाउन लागू करने का अर्थ है कि जो पास सिविलियन्स को इश्यू किए गए हैं उनको भी इस अवधि में स्थगित किया गया है। इन क्षेत्रों में सिविल सप्लाइज डिपार्टमेंट, मेडिकल सप्लाइज आदि डोरस्टेप उपलब्ध कराई जाएंगी
तीन व्यवस्थाएं की गई हैं, इनहैंस्ड सैनिटेशन, डोरस्टेप सप्लाई और बैरिकेडिंग ऑफ द एरिया। ताकि किसी भी प्रकार कोई संक्रमण फैलने की कोई सम्भावना ही न रहे।
इन क्षेत्रों में मीडिया को भी अनुमति नहीं होगी। जरूरत पड़ेगी तो कुछ ऑफिशियल फोटोग्राफर्स जा सकेंगे। जिससे कि वहां आवाजाही कम हो और लोगों की संख्या बहुत सीमित रहे।
लाउडस्पीकर का प्रयोग करके विशेष रूप से सूचना दी जाएगी, जरूरत पड़ेगी तो पुलिस ड्रोन्स का भी इस्तेमाल करेगी, इन क्षेत्रों में जो बैंक हैं या राशन की दुकानें हैं उन्हें अभी फिलहाल 15 तारीख तक नहीं खोला जाएगा।
आज हर जिले में नए फायर ब्रिगेड भेजे गए हैं, इन फायर ब्रिगेड से सोडियम हाइपोक्लाराइट से सैनिटेशन कराया जाएगा। इन क्षेत्रों में यूपी 112 की गाड़ियां विशेष रूप से रखी जाएंगी।
इन जिलों के हॉट स्पॉट इलाकों को 13 अप्रैल तक पूरी तरह से सील किया जाएगा। 13 अप्रैल को स्थिति की समीक्षा की जाएगी और उसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा। इन चिह्नित हॉट स्पॉट्स में कोई भी दुकान नहीं खुलेंगी और जरूरी सामानों की होम डिलिवरी होगी। सिर्फ कर्फ्यू पास वालों को आने-जाने की इजाजत होगी।
उत्तर प्रदेश में बुधवार को कोरोना से चौथी मौत हुई। आगरा के एसएनएमसी अस्पताल में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज मनोरमा देवी (76 साल) ने दम तोड़ दिया है। महिला मरीज एक दिन पहले ही रेस्क्यू होकर अस्पताल आई थी। मृतक महिला अस्थमा की मरीज थी