अंडरटेकिंग भरकर होण्डा के स्थायी श्रमिकों का कंपनी में जाने का सिलसिला है जारी

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मंगलवार को भी करीब 300 श्रमिक गए ड्यूटी पर
प्रबंधन श्रमिकों के साथ करना चाहती है टकराव : सुरेश गौड़

गुडग़ांव : आईएमटी मानेसर स्थित होण्डा मोटर्स के स्थायी श्रमिकों का कंपनी प्रबंधन द्वारा लागू की गई अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर कर कंपनी में जाने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को दूसरे दिन भी करीब 300 श्रमिक अंडरटेकिंग भरकर अपनी ड्यूटी पर गए। होण्डा श्रमिक यूनियन के अध्यक्ष कामरेड सुरेश गौड़ ने बताया कि गत दिवस भी करीब 300 श्रमिक अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर कर ड्यूटी पर गए थे। कंपनी प्रबंधन ने कल यानि कि 28 नवम्बर तक सभी स्थायी श्रमिकों को ड्यूटी पर अंडरटेकिंग भरकर आने का आदेश दिया हुआ है।

उनका कहना है कि प्रबंधन से टकराव को टालने के लिए ही सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि श्रमिक व कंपनी हित में अंडरटेकिंग पर हस्ताक्षर कर सभी स्थायी श्रमिक ड्यूटी पर चले जाएं। उन्होंने प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रबंधन श्रमिकों से टकराव चाहती है, जबकि श्रमिक यूनियन इस टकराव से बचना चाहती है। क्योंकि नुकसान श्रमिकों का ही होना है। हालांकि कंपनी से ही उन्हें रोजी-रोटी मिलती है, लेकिन प्रबंधन का ध्यान इस ओर नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रबंधन ने अपनी हिटलरशाही का परिचय देते हुए गत सप्ताह 6 श्रमिक नेताओं को निलंबित करने के आदेश जारी किए हुए हैं, लेकिन इस सब के बावजूद भी श्रमिक यूनियन कंपनी में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने श्रम विभाग के अधिकारियों की कार्यशैली पर भी प्रश्रचिन्ह लगाते हुए कहा कि वे श्रमिकों को न्याय दिलाने में पूरी तरह से असफल रहे हैं।

श्रमिकों का श्रम विभाग से विश्वास उठता जा रहा है। उन्होंने स्थायी व अस्थायी श्रमिकों से भी आग्रह किया है कि वे ऐसा कोई कार्य न करें, जिससे किसी प्रकार की श्रमिक शांति भंग होती हो। क्योंकि प्रबंधन ऐसा ही चाहती है। यूनियन प्रधान ने जिला प्रशासन से भी आग्रह किया है कि वह श्रमिकों को न्याय दिलाने का मार्ग प्रशस्त करें।

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