– 31 मई को टावर ऑफ जस्टिस की निर्माणाधीन साईट पर गाड़ी पार्क करने को लेकर हुआ था झगड़ा
– कनिष्ठ अभियंता नरेन्द्र ठाकरान को आई थी गंभीर चोटें
– पीडब्ल्यूडी के अधीक्षन अभियंता, डिप्लोमा इंजीनियर्स, एसोसिएशन, जिला बार एसोसिएशन, बार काऊंसिल हरियाणा, आल इंडिया फेडरेशन ऑफ डिप्लोमा इंजीनियर्स, फोरम ऑफ रिटायर्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स की मौजूदगी में आरोपी पक्ष ने बिना किसी शर्त पर माफी मांगते हुए अपनी गलती की स्वीकार
गुरूग्राम। गत 31 मई को टावर ऑफ जस्टिस की निर्माणाधीन साईट पर लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता नरेन्द्र ठाकरान के साथ वकील हर्ष भारद्वाज और अन्य साथियों द्वारा की गई मारपीट के मामले में आरोपी पक्ष ने माफी मांग ली है।
लोक निर्माण विभाग गुरूग्राम सर्कल के अधीक्षक अभियंता चन्द्रमोहन की अध्यक्षता में, डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन हरियाणा, फोरम ऑफ रिटायर्ड डिप्लोमा इंजीनियर्स, कार्यकारी अभियंता संदीप सिंह, पुनीत कुमार एवं नरेन्द्र सिंह, फोरम ऑफ डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव राजेन्द्रा प्रसाद यादव, एसडीओ अरविन्द यादव, जिला प्रधान विकास शर्मा, उपप्रधान मनोज कुमार, फरीदाबार जिला प्रधान सुंदरसिंह, जिला बार एसोसिएशन के प्रधान मीरसिंह यादव, सचिव कमलजीत कटारिया, बार काऊंसिल पंजाब एवं हरियाणा के सदस्य प्रवेश यादव, पूर्व बार प्रधान संतोख सिंह, पर्वत सिंह ठाकरान, सतबीर तंवर व अन्य सदस्यों की मौजूदगी में आरोपी हर्ष भारद्वाज तथा रोहित ने बिना किसी शर्त पर माफी मांगते हुए अपनी गलती स्वीकार की तथा भविष्य में ऐसी कोई गलती नहीं करने का वचन दिया।
ज्ञात हो कि 31 मई को टावर ऑफ जस्टिस की निर्माणाधीन साईट पर एडवोकेट हर्ष भारद्वाज अपनी गाड़ी खड़ी कर रहा था। उस समय ड्यूटी पर तैनात लोक निर्माण विभाग के कनिष्ठ अभियंता नरेन्द्र ठाकरान ने उन्हें यहां पर गाड़ी खड़ी करने से मना किया। इस पर हर्ष भारद्वाज ने अपने साथियों को मौके पर बुलाकर कनिष्ठ अभियंता से मारपीट शुरू कर दी।
इस हमले में कनिष्ठ अभियंता नरेन्द्र ठाकरान को गहरी चोटें आई तथा इस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। पुलिस द्वारा दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने पर डिप्लोमा इंजीनियर्स एसोसिएशन कलमबंद हड़ताल पर चली गई तथा हरियाणा के लोक निर्माण मंत्री राव नरबीर सिंह, पुलिस आयुक्त, जिला उपायुक्त से मिलकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की। चारों ओर से दबाव बढ़ता देख जिला बार काऊंसिल ने दखल दी तथा आरोपी पक्ष के माफी मांगने और अपनी गलती स्वीकार करने के साथ ही मामले में समझौता हो गया।