गुरुग्राम । फोन पर जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपयों की माँग करने वाले 3 आरोपियों को अपराध शाखा सैक्टर-17 सी, गुरुग्राम की पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया है।
आरोपियों के कब्जा से वारदात में प्रयोग किया गया एक मोबाईल फोन व एक सिम (वोडाफोन) भी बरामद की गई है।
गुरुग्राम पुलिस के अनुसार 17 अप्रैल को थाना पालम विहार, गुरुग्राम में एक लिखित शिकायत निवासी C1-345 पालम विहार गुरूग्राम के रहने वाले अनुज गुप्ता पुत्र स्वर्गीय ए.पी. गुप्ता द्वारा दी गई थी। इस शिकायत के माध्यम से शिकायतकर्ता अनुज गुप्ता ने बतलाया था कि 4 अप्रैल 2019 में जब अपने घर पर बैठा था तो मेरे मोबाईल 9818023942 पर मोबाइल 8814064476 से फोन आने लगा और वो अपना नाम कभी विक्रान्त या नारेन्द्र अथवा राजू बताता था। फोन पर उसने मुझसे 10 लाख रूपए देने की माँग की और रुपए ना देने पर जान से मारने की धमकी देने लगा । उस समय तो मैंने इस बात को अनदेखा कर दिया पर एक हफ्ते से और ज्यादा फोन आ रहे हैं और 10 लाख रूपया नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दे रहे है।
उन्होंने बताया कि उक्त शिकायत पर थाना पालम विहार, गुरुग्राम अभियोग संख्या 222 17 अप्रैल को धारा 384 भा०द०स० के तहत अंकित किया गया ।
उक्त मामले में अपराध शाखा सैक्टर-17सी , गुरुग्राम की पुलिस टीम ने तत्परता से कार्यवाही करते हुए अपने गुप्त सुत्रों की सहायता से व पुलिस तकनीकी का प्रयोग करते हुए उपरोक्त अभियोग में फोन पर जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपयों की माँग करने वाले 03 आरोपियों को 18 अप्रैल को नजदीक गन्दा नाला, पालम विहार रोङ, गुरुग्राम से काबू करने में सफलता हासिल की है।
गिरफ्तार आरोपियों में नरेंद्र उर्फ मोटा पुत्र जिले सिहं निवासी म०न०8 गाँव गोच्छी पाना माडा, थाना बेरी, जिला झज्जर, उम्र 27 वर्ष, मन्दीप पुत्र सुनील निवासी-गाँव गौच्छी पाना माडा थाना-बैरी जिला झज्जर, उम्र 28 वर्ष और रुपेन्द्र उर्फ राजु पुत्र बदलुराम निवासी गाँव ढाणा, थाना साहलावास, जिला झज्जर उम्र 23 वर्ष के रूप में पहचान हुई है।
पुलिस कहना है कि उक्त आरोपियों को उपरोक्त अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया । पुलिस पूछताछ में उक्त आरोपियों से ज्ञात हुआ कि अभियोग में शिकायतकर्ता साफ्टवेयर Consultency का काम करता है और उक्त आरोपी नरेन्द्र उर्फ मोटा भी आनलाईन सामान बेचने का कार्य करता है । इस प्रकार काम को लेकर शिकायतकर्ता व उक्त आरोपी नरेन्द्र उर्फ मोटा से जान पहचान हुई थी और जान पहचान होने के बाद शिकायतकर्ता के पास अच्छा काम व पैसा होने के बारे में आरोपी नरेन्द्र उर्फ मोटा को पता लग गया । इस प्रकार आरोपी नरेन्द्र उर्फ मोटा ने अपने अन्य दो साथियों के साथ मिलकर शिकायतकर्ता को डरा-धमकाकर पैसें ऐठने की योजना बनाई और योजना के तहत वारदात को अन्जाम भी दिया गया ।
आरोपियों द्वारा फोन पर जान से मारने की धमकी देकर 10 लाख रुपयों की मांग की । वारदात में प्रयोग किया गया एक मोबाईल फोन व एक सिम (वोडाफोन) आरोपियों के कब्जा से पुलिस टीम द्वारा बरामद किए है ।
सभी आरोपियों को आज अदालत के सम्मुख पेश किया गया जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया अभियोग अनुसंधानाधीन है।