सभी को स्वास्थ्य बीमा
हैदराबाद : अगर आप अपने घरेलु काम काज के लिए डोमेस्टिक हेल्पर /होम सर्वेंट रखते हैं तो अब संभल जाईये. आपको उसका ईएसआईसी कार्ड भी बनवाना पड़ेगा क्योंकि अब नरेन्द्र मोदी सरकार ने अब घरेलू सहायकों को भी ईएसआईसी के दायरे में लाने की कोशिश शुरू कर दी है. केंद्रीय श्रम मंत्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा है कि जल्द ही इस संबंध में एक पायलट प्रोजेक्ट दिल्ली व हैदराबाद में शुरू की जाएगी. सरकार सभी को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना चाहती है इसलिए ईएसआईसी के दायरे को बढ़ा कर इसमें घरेलु सहायकों को भी लाने की कवायद होगी.
दोनों को जमा कराने होंगे फण्ड
केंद्रीय श्रम मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि देश में सामाजिक सुरक्षा के तहत घरेलू सहायकों को भी ईएसआईसी की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है. आरम्भ में इसे दिल्ली व हैदराबाद में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू किया जाएगा. उनके अनुसार इसके दो हिस्से हैं, एक कर्मचारी की ओर से ईएसआईसी में दी जाने वाली राशी और दूसरा नियोक्ता यानि जो घरेलु सहायक रखेगा उसे भी योगदान होगा. हालाँकि उन्होंने आश्वस्त किया कि इससे जुड़े नियमों को अंतिम रूप देने से पहले सभी पक्षों के साथ एक कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. माना जा रहा है कि इस योजना से देश के एक करोड़ से भी अधिक घरेलू सहायकों को लाभ मिलेगा.
श्रमजीवी पत्रकारों के लिए भी सुविधा
पत्रकारों के सवाल के जवाब में दत्तात्रेय ने कहा कि श्रमजीवी पत्रकारों के लिए मजीठिया वेतन आयोग की सिफारिशों पर अमल की भी जांच की जाएगी. गौरतलब है कि इससे पहले वित्त मंत्री अरूण जेटली के नेतृत्व में मंत्रियों के समूह में आंगनवाड़ी व आशा कार्यकर्ताओं को भी ईएसआईसी के दायरे में लाने और भविष्य निधि सेवाएं देने के बारे में विचार किया गया है.
उच्चस्तरीय समिति का गठन
उनके अनुसार इसे अंतिम रूप देने के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिवों की एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया गया है. श्रम मंत्रालय का एक वरिष्ठ अधिकारी इस समिति का संयोजक बनाया जायेगा. यह समिति इसके लिए आयोजित होने वाली कार्यशालाओं में भी शामिल होगी.