स्वर्णकार संघ ने मनाई महाराज अजमीढ़ जयंती
शिक्षा मंत्री ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर 51 लाख रूपये का दिया अनुदान
महेन्द्रगढ़। स्थानीय स्वर्णकार संघ द्वारा रविवार को महेन्द्रगढ़ में महाराज अजमीढ़ की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। इस अवसर पर महेन्द्रगढ़ के सर्राफा बाजार से महाराज अजमीढ़ के जीवन चरित्र से संबंधित झांकियां रवाना हुई जो शहर के मुख्य बाजारों से गुजरते हुये कार्यक्रम स्थल राधाकृष्ण मैरीज पैलेस पहुंची। झांकियों के साथ समाज के पुरूष व महिलाएं साथ-साथ चले। जयंती समारोह में समाज के दूरदराज से आये प्रमुख लोगों ने महाराज अजमीढ़ के जीवन पर अपने विचार रखे। वक्ताओं ने कहा कि महाराज अजमीढ़ ने स्वर्णकार संघ को ऐसा रास्ता दिखाया जिसके बल पर समाज के लोगों ने उन्नति की राह अपनाई वे अब भी उनके दिखाये हुये मार्ग पर चल रहे हैं।
इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। उन्होंने अपने ऐ‘िछक कोटे से समाज के विकास के लिए 51 लाख रूपये का अनुदान देने की घोषणा की। उन्होंने इस अवसर पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि महाराज अजमीढ़ ने स्वर्णकार संघ को एकता के सूत्र में पिरोया । उनके दिखाये मार्ग पर चल कर स्वर्णकार समाज ने देश में अपनी एक विशिष्टï पहचान बनाई है। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजस्थान का अजमेर शहर महाराज अजमीढ़ ने बसाया था जिसका प्राचीन नाम अजमेरू था। उन्होंने कहा कि महाराज अजमीढ़ धर्मकर्म में बड़ा विश्वास रखते थे। उन्हें खिलौने व आभूषण बनाने का बेहद शोक था। अपने हाथों से बनाये गये खिलौनों तथा
आभूषणों को वे अपने प्रियजनों को भेंट किया करते थे। उनके इसी शोक को उनके वंशजों ने आगे बढा़ते हुये इसको अपने व्यवसाय के रूप में अपना लिया। इस अवसर पर स्वर्णकार समाज की ओर से शिक्षा मंत्री को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर स्वर्णकार संघ के प्रधान लक्खीराम सोनी, कंवर डालू सिंह, सुधीर दीवान, राजेन्द्र नम्बरदार, रिषीराज सोनी, रतन लाल सोनी, कैलाश चंद बवानिया, तेजा सिंह, कैलाश चंद, रवि कुमार सोनी, राजेंद्र प्रसाद झगड़ोली, पूर्णमल सोनी, विष्णु सोनी, देवेंद्र सोनी, रोहताश सोनी, सतीश सोनी, रमेश सोनी, संजय सर्राफ, सुुशील सोनी, जयसिंह नांगल सिरोही, विनोद सतनाली, लोकेश वर्मा, दिनेश कुमार, महेश सोनी, रविकांत सोनी, अमित कुमार, खजान सोनी, शेरसिंह सोनी तथा राजकुमार सोनी,रीतिक वधवा सहित समाज के भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।