गणेश चतुर्थी पर मुख्यमंत्री की मनोहरी सौगात
चंडीगढ़, 13 सितंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज गणेश चतुर्थी के अवसर पर राज्य के फरीदाबाद जिला के निवासयिं को एक ओर मनोहरी तोहफा देते हुए घोषणा की कि गुरुग्राम मैट्रोपोलिटिन डेवलेपमेंट एथोरिटी की तर्ज पर राज्य सरकार फरीदाबाद मैट्रोपोलिटिन डेवलेपमेंट ऑथोरिटी (एफएमडीए) की भी स्थापना करेगी।
मुख्यमंत्री ने यह घोषणा आज यहां नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग की उपलब्धियों के संबंध में आयोजित पत्रकार सम्मेलन में की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण की तर्ज पर सरकार फरीदाबाद महानगरीय विकास प्राधिकरण की भी शीघ्र स्थापना करने जा रही है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम के विकास हेतु वहां के वासियों की स्थानीय विकास प्राधिकरण के गठन की मांग को पूरा करते हुए राज्य सरकार ने 12 अगस्त, 2017 को गुरुग्राम महानगरीय विकास प्राधिकरण की स्थापना की है ताकि गुरुग्राम वासियों को मूलभूत सुविधाए उपलब्ध कराई जा सकें एवं उनकी शिकायतों का निवारण तुरन्त किया जा सके। प्राधिकरण द्वारा भूमि उपयोग में परिवर्तन, भवन प्लान, राईट ऑफ वे अनुमति, स्टेडियम बुकिंग, इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लान आदि सेवाओं को ऑनलाईन किया गया है। गुरुग्राम महानगरीय क्षेत्र की मोबिलिटी प्लान तैयार करने की प्रक्त्रिया शुरू की जा चुकी है जिसके लिए एक फर्म के साथ अनुबन्ध किया गया है। इसके अलावा, क्षेत्र का इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास प्लान बनाने की प्रकिया शुरू की जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि जीएमडीए ने पेपरलैस प्रणाली को अपनाया है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में उनके द्वारा गुरुग्राम में सिटी बस सर्विस की शुरुआत की गई है, जिसके पहले चरण में 25 बसें संचालित की जा चुकी हैं और नई 200 बसों का टेंडर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम में जीएमडीए द्वारा 1001 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवाए जा रहे हैं और इन कार्यों की अनुमति वहीं पर ही दे दी जाती है। उन्होंने कहा कि गुरुग्राम शहर में सरकार द्वारा निःशुल्क ऑपटिकल फाइबर की एक लाइन की सर्विस दी जा रही है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर, मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार अमित आर्य, नगर एवं ग्राम आयोजना विभाग के प्रधान सचिव ए.के. सिंह व निदेशक के.एम. पांडूरंग, सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक समीर पाल सरो तथा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक जे. गणेशन भी उपस्थित थे।