226 किलोमीटर लंबी 5 राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) परियोजनाओं की आधारशिला रखी
गुना : सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, शिपिंग, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने आज मध्य प्रदेश में 5485 करोड़ रुपये की लागत वाली राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं का उद्घाटन किया/आधारशिला रखी। आज गुना में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने 3583 करोड़ रुपये की लागत वाली कुल 226 किलोमीटर लंबी 5 राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) परियोजनाओं की आधारशिला रखी।
इनमें शामिल हैं:
976.62 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 75 के झांसी-खजुराहो खंड को 4 लेन में तब्दील करना – इससे यात्रा समय में डेढ़ घंटे की कमी होने से झांसी-खजुराहो-ओरचा पर्यटन सर्किट को काफी बढ़ावा मिलेगा।
· 730.8 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 7 के सिवनी-नागपुर खंड को 4 लेन में तब्दील करना – इससे यात्रा समय में 45 मिनट की बचत होगी।
· 617.17 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 12 के हिरण नदी-सिंदूर नदी खंड को 4 लेन में तब्दील करना। इससे भोपाल और जबलपुर के बीच लगने वाले यात्रा समय में 30 मिनट की कमी होगी।
· 1004 करोड़ रुपये की लागत से चुरहट बाईपास एवं सुरंग के साथ एनएच 75 के रीवा-सिद्धि खंड को 4 लेन में तब्दील करना। इससे वर्तमान घुमावदार रूट के स्थान पर सीधी सुरंग से होते हुए रास्ता बन जाने से यात्रा समय में एक घंटे की बचत होगी।
244.17 करोड़ रुपये की लागत से एनएच 752 बी के बिओरा-मकसूदनगढ़ खंड को 2 लेन में तब्दील करना। इससे इस खंड पर मौजूद 16 दुर्गम स्थलों पर सुरक्षा की स्थितियां बेहतर हो जाएंगी।
श्री गडकरी ने आज मध्य प्रदेश में 1902 करोड़ रुपये की लागत वाली 188 किलोमीटर लंबी एनएच परियोजनाओं का उद्घाटन भी किया। इन परियोजनाओं में निम्नलिखित शामिल हैं:
एनएच 3 के शिवपुरी-गुना खंड को 4 लेन में तब्दील करने का प्रथम चरण 830.36 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया।
एनएच 3 के गुना-बिओरा खंड को 4 लेन में तब्दील करने का कार्य 1012.9 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया।
एनएच 7 के लखनादौन-चपारा खंड के हिस्सों को 4 लेन में तब्दील करने का कार्य 58.6 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित किया गया।
इस अवसर पर श्री गडकरी ने बताया कि वर्ष 2014 से पहले मध्य प्रदेश में 5186 किलोमीटर की लंबाई वाले 24 एनएच थे। अब इस राज्य में 13248 किलोमीटर की लंबाई वाले 96 एनएच हैं। पिछले चार वर्षों के दौरान राज्य में 3397 किलोमीटर की लंबाई वाले 22 एनएच घोषित किए गए हैं। इसके अलावा 50 राज्य राजमार्गों को सैद्धांतिक रूप से एनएच घोषित किया गया है। पिछले चार वर्षों के दौरान मध्य प्रदेश में 5768 करोड़ रुपये की लागत वाली 1289 किलोमीटर लंबी 19 एनएच परियोजनाएं पूरी की गई हैं। उधर, 15063 करोड़ रुपये की लागत वाली 1507 किलोमीटर लंबी 24 परियोजनाओं का निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मध्य प्रदेश में दो एक्सप्रेसवे बनाने का प्रस्ताव है। इनमें 3000 करोड़ रुपये की लागत वाला इंदौर-भोपाल एक्सप्रेसवे और 6000 करोड़ रुपये की लागत वाला चंबल एक्सप्रेसवे शामिल हैं। राज्य सरकार द्वारा भूमि का अधिग्रहण कर लेने के बाद इन दोनों एक्सप्रेसवे पर काम शुरू हो सकता है। 986 किलोमीटर लंबे इंटर-कॉरिडोर और 679 किलोमीटर लंबे फीडर रूटों के अलावा मध्य प्रदेश में ‘भारतमाला’ परियोजना के तहत लगभग 3180 किलोमीटर लंबे आर्थिक गलियारों का निर्माण करने की योजना है। भोपाल और इंदौर में लॉजिस्टिक्स पार्क भी बनाने की योजना है।