कार्य में लापरवाही बरतने पर एसपी ने एसएचओ और एएसआई को किया सस्पेंड

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: इससे पहले भी तीन पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर चुकी है एसपी

: एसपी की त्वरित कार्रवाई से पुलिस महकमें में मचा हुआ है हडकंप

: आधार कार्ड और निकाह नामा फर्जी के आरोपो को लेकर पीडित ने अदालत का दरवाजा खटखटाया था

: अदालत में 6 जून को लडकी पैश ना होने पर एसपी मेवात को 12 जून के लिए नोटिस किया

 

यूनुस अलवी

 
मेवात :   मेवात पुलिस कप्तान नाजनीन भसीन आजकल ज्यादा ही सख्त नजर आ रही हैं। लगता है एसपी साहिबा को पुलिस विभाग में लापरवाही किसी भी कीमत पर बरदास्त नहीं हैं। दो सप्ताह के अंदर दो एएसआई, एक एसआई, एक थाना प्रभारी और एक अपराध शाखा प्रभारी को सस्पेेंड कर चुकी हैं वहीं एक हवालदार के खिलाफ अपराधिक मामला भी दर्ज कराया गया है। एसपी मेवात ने बृहस्पतिवार को भी पिनगवां थाना प्रभारी पंकज कुमार और एएसआई राजबीर को सस्पेंड कर लाईन हाजिर करा दिया है।
 
  गांव फलैंडी निवासी एंव पीडित परिवार के साथ मामले ही हाईकोर्ट तक पैरवी कर रहे इद्रीश खान ने बताया कि गांव झिमरावट निवासी नफीस फलैंडी में अपने मामाओं के यहां परिवार सहित कुछ समय से रह रहे थे। नफीस ने गांव के ही अखलाक की पत्नि के सहयोग से 16 साल की नाबालिग लडकी को किसी बहाने से घर बुलवाया और 6-7 अप्रैल की रात्री में नफीस इब्राहीम और अखलाक के सहयोग से एक कैंटेनर में लडकी को बेठाकर नागपुर ले गऐ। उन्होने बताया कि उसके बाद पिनगवां पुलिस में शिकायत दी गई जहां पुलिस ने 9 अप्रैल को चार लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लडकी की तलाश शुरू कर दी थी।

 

आधार कार्ड और निकाह नामा फर्जी बनवाया

 
इद्रीश ने बताया कि लडकी का अपहरण करके नफीस लेकर गया था लेकिन अदालत से नफीस के छोटे भाई वसीम के साथ लडकी का अदालत से कोर्ट मैरिज करवाकर पुलिस प्रोटेक्शन ले लिया। पुलिस ने भी बिना दस्तावेजों के जाचें लडकी का तुरंत धारा 164 के अदालत में ब्यान भी दर्ज करा लिये। इद्रीश का कहना है कि अदालत में जो निकाह नामा दिखाया गया है वह 8 अप्रैल 2018 का तावडू के पास राजस्थान के गांव ऊंधनबास का है जबकी उस दिन लडकी नागपुर में थी। वहीं लडकी का जो पहला आधार कार्ड बना है उसके आधार पर लडकी की आयू 16 वर्ष 2 महिने है जबकि दुबारा से आधार कार्ड में करक्शन कर लडकी की आयू 18 वर्ष से अधिक दिखाई गई है। इद्रीश का कहना है कि लडकी की आयू और उसका निकाह नामा दोनो फर्जी हैं।

  

पीडित पक्ष ने खटखटाया था अदालत का दरवाजा

 
इद्रीश का कहना है कि जब पुलिस ने उनकी एक नहीं सुनी तो उन्होने मजबूर होकर अदालत का दरवाजा खटखटाना पडा। उन्होने लडकी की कम आयू और उसके निकाह नामा के फर्जी होने के मुद्दे को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाया था। अदालत ने मामले की स्टेटस रिपोर्ट और लडकी को हाईकोर्ट में पैश करने के लिए 6 जून के आदेश दिए थेे। पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट तो पैश कर दी लेकिन लडकी को पैश ना करने पर अदालत ने नूंह जिला की एसपी को आगामी 12 जून के लिए नोटिस किया है। अदालत से नोटिस होने और कार्य में लारवाही बरतने पर एसपी मेवात ने पिनगवां थाना प्रभाी पंकज कुमार और जांच अधिकारी एएसआई राजेंद्र को सस्पेंड कर लाईन हाजिर कर दिया है।

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