नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने पसंदीदा कार्यक्रम में कई बात के 44वें संस्करण में माउंट एवरेस्ट पर फतह पाने वाले पर्वतारोहियों के बारे में चर्चा की। पीएम ने बीएसएफ की एवरेस्ट पर चढऩे वाली टीम को भी बधाई दी। पर्वतारोही 50 वर्षीय संगीता बहल की उपलब्द्धि और साहस की चर्चा कर उन्होंने युवाओं को प्रेरित किया।
प्रधानमंत्री ने आज देश के युवाओं को फिटनेस के प्रति सचेत होने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि अगर देश के सभी युवा सामान्य नागरिक फिट होंगे तो देश की उत्पादकता बढ़ेगी, देश का विकास और तेज होगा।
प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री ने क्रिकेट खिलाड़ी विराट कोहली द्वारा उनको फिटनेस की दी गई चुनौती को स्वीकार करने की चर्चा भी की। उन्होंने कहा कि यह अच्छी परंपरा की शुरुआत है और हम सबको अपनी फिटनेस के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज देश के विभिन्न राज्यों में खेले जाने वाले कई प्रकार की पारंपरिक खेलों की भी चर्चा की ।उन्होंने गिल्ली-डंडा चेंग पो सहित अलग-अलग क्षेत्रों में खेले जाने वाले पारंपरिक खेलों के नाम भी बताएं और इस बात की वकालत की कि पारंपरिक खेलों को बढ़ावा मिलना चाहिए ।पीएम मोदी ने कहा कि कई बच्चे स्वभाव से शर्मीले होते हैं लेकिन पारंपरिक खेलों में वह बहुत अच्छा प्रदर्शन करते हैं ।इसलिए जितना देश में पारंपरिक खेलों को बढ़ावा मिलेगा उतना ही इंडिया खेल की दृष्टि से और आगे बढ़ेगा ।इससे भी हमारा स्वास्थ्य मजबूत रहता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष में पर्यावरण संरक्षण की चर्चा भी की उन्होंने देश वासियों को पर्यावरण के प्रति भी अपनी जिम्मेदारी निभाने का आह्वान किया। उनका कहना था कि भारत पर्यावरण संरक्षण को लेकर बेहद संवेदनशील है औ इसलिए ही स्वच्छता और वन संरक्षण पौधारोपण जैसे कार्यक्रमों पर विशेष बल दिया जा रहा है ।उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमारे लिए बहुत जरूरी है ।आने वाली पीढ़ी की दृष्टि से भी हमें इस जिम्मेदारी को निभाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने आज देशवासियों से दैनिक जीवन में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज हम सबको यह प्रतिज्ञा लेनी चाहिए कि हम अपने दैनिक जीवन में किसी भी परिस्थिति में प्लास्टिक का उपयोग नहीं करेंगे।