विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र-छात्राओं ने इंडस्ट्री में हो रहे बदलाव के अनुभव साझा किये
गुरुग्राम ,19 मई : जीडी गोएनका विश्वविद्यालय के प्रांगण में आयोजित पहले एलुम्नाई मीट में पूर्व छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए विश्विविद्यालय के अलग-अलग पाठ्यक्रमों के पूर्व विद्यार्थी कई शहरों पहुंचे थे. इन छात्र-छात्राओं ने हाल के वर्षों में इंजीनियरिंग, लॉ, मैनेजमेंट और संचार जैसे विषयों में अपनी पढ़ाई पूरी की है और इस समय इंडस्ट्री की जानी-मानी कंपनियों में कार्यरत हैं.
यूनिवर्सिटी की स्कूल से होटल मैनेजमेंट में स्नातक की पढ़ाई पूरी कर इस समय आईटीसी शेरेटन में काम कर रही आर्शिया का कहना है, “यहां आकर मुझे बेहद खुशी हो रही है. गेट के अंदर आते ही कई पुरानी यादें ताज़ी हों गईं. मैं अपने शिक्षकों का शुक्रिया अदा करना चाहूंगी जिन्होंने इस कार्यक्रम का आयोजन किया.”
इसके पहले विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रोफेसर (डॉ) सुकु भास्करन ने कहा “पूर्व छात्र-छात्राएं हमारे लिए बाहर की दुनिया में पुल की तरह काम करते हैं. मैं उम्मीद करता हूं कि आप अपनी ज़िंदगी में मनचाही सफलता हासिल करें क्योंकि आपकी सफलता आपके संस्थान की सफलता भी है”
कार्यक्रम का आयोजन दोपहर दो बजे से किया गया था. कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष के स्वागत भाषण के बाद छात्रों ने विश्वविद्यालय से जुड़ी अपनी खट्टी-मीठी यादें साझा कीं. साथ ही इंडस्ट्री में हो रही नई प्रगति के बारे में बातचीत भी की. इम मौके पर उनके मनोरंजन के लिए आर्टिस्ट अंडर कन्स्ट्रक्शन के नाम का रॉक बैंड उपस्थित था जिन्होंने मशहूर गानों के अलावा हास्य और मस्ती से भरपूर रैप भी सुनाए.
इस कार्यक्रम का मक़सद पूर्व छात्र-छात्राओं को साझा मंच प्रदान करना है ताकि वो विश्वविद्यालय में हो रहे नए कार्यकलापों को समझ सकें साथ ही अपनी ओर से इंडस्ट्री में की ताज़ा दशा-दिशा के अनुभव साझा कर सकें. कार्यक्रम का आयोजन विश्वविद्यालय के एलुम्नाई रिलेशन सेंटर ने किया था. विश्वविद्यालय की डीन, स्टूडेंट वेलफेयर, प्रोफेसर (डॉ) तनुजा कौशिक के अनुसार “एलुम्नाई रिलेशन सेंटर को अपने पूर्व छात्र-छात्राओं के लिए एक विश्वसनीय साझा मंच बनाना हमारी प्राथमिकता है. यह आयोजन इसी कड़ी में एक प्रयास है, इसकी सफलता को देखते हुए हम भविष्य में भी ऐसे आयोजन करने को सतत प्रयत्नशील रहेंगे”