केन्द्रीय मंत्री ने राहुल गाँधी के बयान की तीव्र आलोचना की
कहा, कांग्रेस अपनी हार को जीत समझ कर खुश होती है
विधायकों की खरीद फरोख्त के आरोप को खारिज किया
कांग्रेस व जे डी एस गठबंधन को अवसरवादी गठबंधन बताया
सुभाष चौधरी /प्रधान संपादक
बेंगलुरु : केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकास जावड़ेकर ने पत्रकारों को संबोधित लरते हुए कहा कि बी एस येदुरप्पा ने आज अपने भाषण के द्वारा लोकतंत्र का सम्मान कैसे करना चाहिए यह साबित किया. उस लोकतांत्रिक परंपरा का पालन करते हुए इस्तीफे की पेशकश की और उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया. केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि उनके इस भाषण से और उनके इस उच्च परंपरा ने कर्नाटक की जनता का दिल छू लिया. लेकिन कांग्रेस के लोगों ने इनकी सराहना करने की बजाय पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा कि यह नाटक है.
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने खरीद फरोख्त का प्रयास करने का आरोप लगाया लेकिन हम कहना चाहते हैं कि अगर खरीद करना चाहते तो साट खरीदना था. लेकिन हम उनसे कहना चाहते हैं कि हमने एक भी खरीद नहीं किया, इसीलिए इस्तीफा दिया. उन्होंने कहा कि गुलाम नबी आजाद का बयान तो उल्टा चोर कोतवाल को डांटे जैसा है . जावड़ेकर ने कहा कि कर्नाटक की जनता ने देखा कि किस तरह से उन्होंने कांग्रेस और जेडीएस के एम् एल ए को 3 दिन तक बंधक बनाकर रखा. इसलिए गुलाम नबी आजाद का आरोप पूरी तरह बेबुनियाद है.
उन्होंने राहुल गांधी द्वारा प्रेसवार्ता में दिए बयान को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उनका कहना था कि कांग्रेस ने बीजेपी को हराया बल्कि बीजेपी ने कांग्रेस को डिफीट किया . कांग्रेस की 122 सीट थी और 78 हो गई और भाजपा की 40 थी 104 पर पहुंची तो इसमें कांग्रेस हारी, जनता दल एस पराजित हुआ. भाजपा जीती. 40 से 104 बहुमत से केवल 7 कम थी. इतनी ही दूरी थी. लेकिन उन्हें सोचना चाहिए था कि उनके मुख्यमंत्री एक जगह से हारे और दूसरी जगह से बहुत मुश्किल से उनकी प्रतिष्ठा बची. केवल 14 सौ वोट से जीते.
मानव संसाधन मंत्री का कहना था कि राहुल गांधी का यह बयान कि भाजपा भाजपा कांग्रेस से हारी हास्यास्पद है. याद दिलाना चाहता हूं कांग्रेस ने क्या-क्या कर्नाटक में चुनाव जीतने के लिए किया. फेक सीडी, वोटर कार्ड फेक, इलेक्शन कार्ड फेक सब कुछ फेक किया. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस का गठबंधन अवसरवादी गठबंधन है . चुनाव के दौरान दोनों एक दूसरे को गालियां देते थे और आज दोनों एक दूसरे को गले लगा रहे हैं. जावरेकड़ ने यह भी याद दिलाया कि चुनाव के दौरान राहुल गांधी पूर्व प्रधानमंत्री एच दी देवेगोड़ा पर किस प्रकार के आपत्तिजनक बयान लगातार देते रहे थे और आज दोनों एक साथ खड़े हैं. इससे साबित होता है कि यह एक डील है जिसमें दोनों नहीं चाहते हैं कि दोनों की सत्ता के दौरान हुए भ्रष्टाचार की इंक्वायरी हो .उसकी जांच नहीं हो यही दोनों की डील है कि किसी भी प्रकार की भ्रष्टाचार से संबंधित कोई जांच नहीं हो.
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि दोनों का गठबंधन किसी ऑडियोलॉजी को लेकर नहीं है. उन्होंने याद दिलाया कि जेडीएस के नेता एच डी कुमार स्वामी का बयान था कि मेरा पहला काम होगा कि मैं कांग्रेस के नेताओं को जेल में डालेंगे भ्रष्टाचार की जांच कराएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे. लेकिन अब हमें उम्मीद है कि वह ऐसा नहीं करेंगे. इसलिए मैं यह कहता हूं कि यह एक मोस्ट अवसरवादी अलायंस है. जावड़ेकर ने कहा कि राहुल गांधी ने आज कहा कि सुप्रीम कोर्ट को भाजपा सरकार बर्बाद कर रही है, मैं उन्हें याद दिलाना चाहता हूं कि उनकी पार्टी के शासनकाल में कमिटेड जुडिशयरी करने की कोशिश की गई. कैसे सीनियर जजों को सुपरसीड कर चीफ जस्टिस की नियुक्ति की गई. संसद को किस प्रकार से नहीं चलने दिया गया. जब कोर्ट इनके पक्ष में फैसला दे तो इन्हें कोर्ट सही लगता है और जब इनके खिलाफ फैसले आते हैं तो इन्हें बुरा लगने लगता है. इनकी पार्टी ने पार्लियामेंट का तमाशा बना कर रख दिया है. केवल 44 लोग हैं और संसद चलने नहीं देते हैं. राज्यसभा में थोड़ी ज्यादा संख्या है तो उस के दम पर काम नहीं करने देते हैं .
इलेक्शन कमिशन पर भी कांग्रेस का विश्वास नहीं है. उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस जीती है तब यह बहुत वाहवाही करते हैं और जब हारते हैं तो फिर ईवीएम पर सवाल खड़े करते हैं . केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कैग एक बड़ी स्वायत्त संस्था है हम उन्हें याद दिलाना चाहते हैं कि कैग के खिलाफ आपने कितने आरोप मढे ? आपने क्या-क्या नहीं कहा ? उस संस्था की प्रतिष्ठा को किस प्रकार आप ने नुकसान पहुंचाया. जब कैग ने उनकी सरकार के जमाने के कोयला घोटाले को बाहर निकाला तो उसे बीजेपी का एजेंट बना दिया. अब जब उनकी पार्टी की सरकार का शपथ ग्रहण होगा तब राज्यपाल अच्छे हैं .
उन्होंने सेना का भी आदर नहीं किया, सेना प्रमुख को गुंडा कहा, उनका आज मीडिया पर भी भरोसा नहीं है, उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री को कहा कि भ्रष्टतम् है, उन्हें गरीब परिवार से जन्मे एक व्यक्ति जो प्रधानमंत्री पद तक पहुंचे पच नहीं रहा है, उन्होंने कहा कि भ्रष्ट कांग्रेस की नीति तो इस प्रकार की है कि जैसे कोर्ट में कहते हैं कि मैं सच कहूंगा सच के सिवा कुछ नहीं कहूंगा उसी तरह से कांग्रेस की नीति मैं भ्रष्टाचार करूंगा और भ्रष्टाचार के सिवा कुछ नहीं करूंगा है.
केंद्रीय मंत्री ने याद दिलाया कि आधार कार्ड जो कांग्रेस के जमाने में शुरू किया गया और हमने जब उसे और विस्तार दिया और इफेक्टिव बनाया तो उनकी चोरी पकड़ी जाने लगी तो आज वह आधार का विरोध करने लगे हैं. आप आधार का विरोध कर रहे हैं ,जनधन का मजाक उड़ा रहे हैं . उन्होंने कहा कि राहुल गांधी निराधार बयान देते हैं और उन्हें लगता है कि उसका कोई हिसाब नहीं रखता लेकिन हम उनका पूरा हिसाब रखते हैं. उन्होंने कहा कि उनका यह सपना है कि सभी विपक्षी लोग इकट्ठा होंगे और मोदी जी को हराएंगे. चुनाव में हार जीत चलती रहती है लेकिन किसी एक व्यक्ति के प्रति द्वेष रखकर और उन्हें उनके खिलाफ एकजुट होकर उनके खिलाफ षड्यंत्र रचना यह लोकतांत्रिक राजनीतिक परंपरा नहीं है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी नीतियों और अपने कर्म के कारण लगातार केरल में हारी, गुजरात में हारी, असम में हारी, मणिपुर में गोवा में लगातार हारती जा रही है. उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस ने एक नया फार्मूला शुरू कर दिया है कि अपने डिफीट को ही वह विजय में तब्दील करके और उसकी खुशी मनाते हैं.
उन्होंने कहा कि इस प्रकार के अनैतिक गठबंधन नहीं चलते हैं. गठबंधन हमेशा ऑडियोलॉजी के आधार पर होनी चाहिए एक व्यक्ति के द्वेष के कारण उसके डर के कारण जो एलायंस होता है वह कभी सफल नहीं होता. उन्होंने कटाक्ष किया कि कांग्रेस आज अपनी नाकामी और पराजय को विजय का रूप देकर हास्यास्पद स्थिति में पहुँच गयी है.