बिहार में राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन शुरू

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लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने किया उद्घाटन 

लोक सभा अध्यक्ष ने नितीश कुमार की तारीफ़ की 

राजद विधायकों ने सम्मेलन में किया हंगामा 

दो दर्जन से भी अधिक देशों के प्रतिनिधि हो रहे हैं शामिल 

पटना : छठे भारत प्रक्षेत्र राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन का आरम्भ शनिवार को हो गया। लोक सभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने छठे भारत प्रक्षेत्र राष्ट्रमंडल संसदीय संघ सम्मेलन का विधिवत उद्घाटन किया. संसदीय दृष्टि से महत्वपूर्ण इस सम्मलेन के उद्घाटन सत्र को लोकसभा अध्यक्ष ने संबोधित किया. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के सभी स्तंभ लोगों के प्रति जवाबदेह हैं और इन सभी स्तंभों में संतुलन बांये रखना जरूरी है। उन्होंने बल दिया कि केवल कानून बनाने से कुछ नहीं होगा बल्कि उसके लिए जनजागरण भी जरूरी है। उन्होंने इस मौके पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रदेश में उनके काम करने के तौर तरीके के लिए प्रशंसा की।

महाजन ने कहा कि बिहार का अतीत गौरवशली है. उन्होंने कहा कि  17 फरवरी को ही कर्पूरी ठाकुरजी की पुण्यतिथि थी । बिहार ही जनकनंदिनी सीता की जन्मस्थली है। इसी धरती से आर्यभट्ट, बाबा नागार्जुन और राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर भी निकले हैं  जिन्होंने संस्कृति व समाज के लिए अनुकरणीय काम किया है ।

 

महाजन ने अपने संबोधन में याद दिलाया कि बिहार के वैशाली से ही दुनिया को पहला गणतंत्र मिला जहाँ हम लोकतंत्र पर विचार करने के लिए इकट्ठे हुए हैं। उन्होंने सलाह दी कि राजनीतिक लोगों को जनता की नब्ज को समझना चाहिए और उनके कल्याण और खुशियों के लिए काम करना चाहिए।

लोकसभा अध्यक्ष ने शारब बंदी लागू करने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जम कर तारीफ की.  उन्होंने कहा कि जिस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से स्वच्छता को राष्ट्रीय मुद्दा बना दिया, उसी तरह की पहल बिहार में नीतीश कुमार ने शराबबंदी के जरिए की। उन्होंने नीतीश कुमार को राजनीतिक सूझबूझ और परिपक्वता वाला नेता बताया .

 

इस अवसर पर नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किए जा रहे हैं. उन्होंने बल दिया कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अब महिला आरक्षण विधेयक पारित किया जाना चाहिए. इससे संसद और विधानमंडल में महिलाओं को एक-तिहाई आरक्षण का लाभ मिल सकेगा ।

बिहार के मुख्यमंत्री ने छायावादी लहजे में विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि मैंने कभी दिखावे के लिए और वोट हासिल करने के लिए काम नहीं किया।

उन्होंने दावा किया कि यहाँ महिलाओं की जागृति पर काम हो रहा है और बिहार में 50 प्रतिशत महिलाओं को पंचायत चुनाव में आरक्षण दिया गया. नगर निकाय चुनाव में भी महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान किया गया।

इससे पूर्व बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सम्मलेन को संबोधित किया. उनके भाषण के दौरान राजद विधायकों ने विपक्ष पर किये कटाक्ष का विरोध किया और हंगामा किया. विपक्ष्ने सम्मेलन का बहिष्कार कर दिया। सम्मेलन में सुशील मोदी ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया और दावा किया कि सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है। उन्होंने कहा कि आज देश के चार पूर्व मुख्यमंत्री भ्रष्टाचार के आरोप में जेल में बंद हैं। इसके बाद ही सम्मेलन में उपस्थित राजद विधायक और विधानपार्षद हंगामा करने लगे।

 

इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ‘यह सम्मेलन है, बिहार विधानसभा की कार्यवाही नहीं चल रही है। उन्हें सम्मेलन पसंद नहीं तो वे चले जाएं।’ इसके बाद भी राजद विधायक हंगामा करते रहे। बाद में वे सम्मेलन का बहिष्कार कर बाहर चले गए।

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