एक कंपनी ने कहा वह डेढ लाख में बनाकर देने का तैयार जबकि पंचायतों ने अदा किये करीब साडे तीन लाख
आपसी भाईचारा मिशन मेवात ने सारे मामले की वीजिलैंस से जांच की मांग की है
डीडीपीओ ने कहा अगर ऐसा है तो गहराई से होगी जांच, फिर होगी कार्रवाई
यूनुस अलवी
मेवात :मेवात जिला की ग्राम पंचायतों की सडकों पर लगाऐ जा रहे स्वागत द्वारों पर करोडों रूपये की धांधली किऐ जाने की आपसी भाईचारा मिशन ने इस मामले की वीजिलैंस से जांच कराने की मांग की है। एक स्वागत द्वार के निर्माण पर पंचायत फंड से करीब साडे तीन लाख रूपये वसूले जा रहे हैं जबकि एक प्राईवेट कंपनी इसी स्वागत द्वार को मात्र डेढ लाख रूपये में बनाकर देने का तैयार है।
पुन्हाना की लक्ष्य इंटरप्राइजेज प्राईवेट कंपनी के मालिक अजय कुमार कंसल ने बताया कि मेवात जिला की ग्राम पंचायत में जो स्वागत द्वार बनाये जा रहे हैं उनकी कंपनी इनको मात्र डेढ लाख रूपये में बनाकर देने को तैयार है। जबकि पंचायत इसके निर्माण के नाम पर करीब साडे तीन लाख रूपये वसूल रहे हैं। इसके अलावा नगर पालिका, जिला परिषद में नगर पार्षद और जिला पार्षदों के लिए जो साईन बोर्ड बनाए जा रहे हैं उनके फंड से करीब 24 से 32 हजार रूपये तक वसूले जा रहे हैं जबकि वह इन बोर्डों को मात्र 8 से 12 हजार रूपये में बनाकर देने का तैयार है। अजय कंसल का कहना है कि इस बारे में उसने प्रदेश के पंचायत मंत्री ओपी धनखड, मेवात के तत्कालीन डीसी, डीडीपीओ और बीडीपीओ को को अपना कुटेशन काफी समय पहले भेज दिया था और वह व्यक्तिगत तौर पर भी अधिकारियों से मिला लेकिन किसी ने भी उसकी बात पर गौर नहीं किया है।
आपसी भाईचारा मिशन मेवात के अध्यक्ष अखतर हुसैन ऐडवोकेट ने बताया कि मेवात जिला में कुल 317 ग्राम पंचायत है। इस हिसाब से मेवात में करीब 6 करोड रूपये लूट और धांधली हो रही है। जब इसी बोर्ड को एक कंपनी मात्र डेढ लाख में बनाने को तैयार है तो फिर साडे तील लाख रूपये क्यों अदा किये जा रहे हैं। इस मामले की वीजिलैंस से जांच होनी चाहिए और दौषियों के खिलाफ कडी कार्रवाई होनी चाहिए।
क्या कहते हैं पंचायत प्रतिनिधि
गांव लाहबास की महिला सरपंच की रूकमणी ने बताया कि उसने दो स्वागत द्वार बनवाऐ हैं जिन पर करीब साडे 6 लाख रूपये का खर्चा आया है। पुन्हाना नगर पालिका की चेयरपर्सन के ससुर शमशुदीन ने बताया कि पार्षदों के लिए बनवाये गये प्रति साईन बोर्ड पर करीब 32 हजार खर्चा आया है। वहीं मेवात जिला प्रमुख अनीसा बेगम के ससुर आलम उर्फ मुंडल ने बताया कि प्रत्येक जिला पार्षद के एक साईन बोर्ड के निर्माण पर करीब 24 हजार रूपये खर्चा आया है।
क्या कहते हैं डीडीपीओ
मेवात के जिला पंचायत अधिकारी राकेश मोर का कहना है कि अगर ऐसा है तो यह गंभीर मामला है। वह कंपनी के मालिक से इस बारे में बात कर मामले की जांच कराऐगें। उन्होने बताया कि जांच में जो भी दौषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाऐगी।