गणेश व्रत में चंद्र दर्शन का महत्व
फरीदाबाद/तिगांव, 25 सिंतबर : तिगांव में कुराली मोड के नजदीक चली रही श्री शिवपुराण कथा ज्ञान यज्ञ के दौरान मंहत राधे श्याम व्यास जी ने शिवभक्तों को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। आपस में सम्मान न होने के कारण ही महाभारत हुआ था। उन्होंने कौरवों व पांडवों का उदाहरण देते हुए कहा कि उस काल में दोनों के बीच सम्मान नहीं था जब भी व या उनकी महिलाएं आपस में मिली थी तो एक-दूसरे का सम्मान नहीं करती थी। इसी कारण युद्व रुकने का नाम ही नहीं ले रहा था। इसीलिए व्यक्ति को घर,परिवार या फिर संगे-संबधित हो उनमें आपसी प्रेम भाव न भी हो तो एक स्थान पर मिलने पर सम्मान अवश्य देना चाहिए। ताकि दोबारा भविष्य में कभी भी ऐसी स्थिति पैदा न हो।
मंहत जी ने शिवभक्तों को गणेश व्रत में चंद्र दर्शन का महत्व के अलावा गणेश जी की सवारी कब और कहां मिली। इसकी के साथ दीपावली पूजन में लक्ष्मी के साथ गणेश पूजन क्यों किया जाता है दीपावली पूजन की सही एवं फलदायी विधि के बारे में जानकारी दी।
बच्चों में खल रही है संस्कारों की कमी :
शिव पुराण कथा ज्ञान यज्ञ के मुख्य अतिथि के रुप में पहुंचे इनेलो के पूर्व चैयरमैन धर्मपाल यादव ने उपस्थित लोगों को संबांधित करतु हुए कहा कि समय-समय पर हो रहे धार्मिक अनुष्ठान में सांस्कृति में आई संस्कारों की कमी को जगाने का अथक प्रयास करते हंै आज के प्रतिस्पर्घा के समय में लोगों में अपने बच्चों को संस्कार देने का समय नहीं है। जिसके कारण आने वाली युवाओं में संस्कारों की कमी खलक सकती है। इसलिए लिए माता-पिता को चाहिए कि वह समय-समय पर बच्चें को ऐसा धार्मिक कार्यो में ले जाने के लिए उन्हें प्रेरित करें। इस अवसर पर मंहत जी ने धर्मपाल यादव का फूल-माला व एक शिवपरिवार की भव्य प्रतिमा देकर भव्य स्वागत किया।
किया चांदी मुकुट भेंट :
इसी मौके पर तिगांव के कृष्णा ज्वैलर्स की तरफ से मंहत राधे श्याम जी को चांदी का मुकुट भेंट किया। जबकि विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल की तरफ से गरीब बेटियों की शिक्षा के लिए सहयोग दिया।
ये रहे उपस्थित :
इस मौके पर चैयरमैन धर्मपाल यादव,सतेन्द्र अधाना,कर्मवीर बौहरा, मुकेश वर्मा, राजेश अधाना, सुरजीत अधाना, राजेन्द्र बिंदल, श्री मंहत व्यास धर्म प्रचार व जन कल्याण संस्थान के अध्यक्ष नगेन्द्र उर्फ गिन्नी, समिति के सचिव आरके वर्मा, पंडित शशिकांत शर्मा, गौरव शर्मा, पप्पी नागर, नंबरदार महकसिंह अधाना, भगवत मित्तल, ज्ञानचन्द्र मित्तल, बिजेन्द्र गर्ग के अलावा हजारों की संख्या में महिला,पुरूष,बुर्जुग व बच्चें उपस्थित रहे।