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उपवास खत्म करने का किया आग्रह
सरकार की तरफ से पांच सदस्यीय समिति बनाई जायेगी
संत गोपाल के निर्देशन में गऊ चारान भूमि को लेकर योजना बनाई जायेगी
चंडीगढ़, 23 जुलाई : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज संत गोपाल दास से भेंट कर उनसे अपना उपवास खत्म करने का आग्रह किया और कहा कि सरकार की तरफ से पांच सदस्यीय समिति बनाई जायेगी जो संत गोपाल दास की टीम में से पांच सदस्य चण्डीगढ़ आ जायें। फिर दोनों समितियों के सुझाव लेकर संत गोपाल दास की मौजूदगी में गऊ चारान भूमि को लेकर योजना बनाई जायेगी। संत गोपाल दास गऊ चारान भूमि को लेकर पिछले 53 दिन से उपवास पर हैं।
फरीदाबाद के लघु सचिवालय में मुख्यमंत्री ने संत गोपाल दास से भेंट की और कहा कि कई बार वे उन्हें बातचीत के लिए आमन्त्रित कर चुके हैं, लेकिन गोपाल दास जी नहीं आये। मुख्यमंत्री ने कहा कि गऊ संरक्षण के लिए सरकार क्या कर रही है, इसका सभी को पता है। उन्होंने कहा कि हम भी गऊ संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध हैं। गऊ चारान भूमि भी बचाना चाहते हैं, इसलिए दोनों का ध्येय एक ही है। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों के आधारकार्ड की तरह गायों तथा पशु धन को टैग लगाकर उनका सर्वेक्षण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गऊ चारान की भूमि उतनी ही ग्राम पंचायतों से छुड़वाई जायेगी, जितनी का प्रयोग हम कर सकें। तब तक पंचायतों को उस भूमि को सम्भालने दें। पंचायतें उस भूमि को ठेके पर दें और आय अर्जित करके उसका प्रयोग गांव के विकास पर करें। श्री मनोहर लाल ने यहां तक कह दिया कि संस्थायें आगे आयें और पशु धन की संख्या बतायें, उनके पालन के लिए जितनी गऊ चारान भूमि की जरूरत होगी, उतनी उन्हें दे दी जायेगी। इतना कह कर मुख्यमंत्री ने पुन: संत गोपाल दास जी से अपना उपवास समाप्त करने की अपील की।
संत गोपाल दास के सहयोगी ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर संत जी का मुख्यमंत्री पर पूरा विश्वास है। इस मौके पर उद्योग मंत्री विपुल गोयल, विधायक सीमा त्रिखा, मूलचंद शर्मा तथा नगेन्द्र भड़ाना भी उपस्थित थे।