Font Size
: पीडित परिवार ने की गौसेवा आयोग के चेयरमैन भानी राम मंगला से की मदद की गुहार
: मामला विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंचा
: करीब चार-पांच साल पहले कफील (सेठ)के पास नौकरी करने गया था हरी चंद
: हरी चंद के परिवार के सदस्यों का रो-रोकर हो रहा है बुरा हाल
: सउदी अरब में हरी को हनीफ मेवाती का मिला साथ, करेगें पूरी मदद
यूनुस अलवी
मेवात: दिल में उमंग, बच्चों के भविष्य और कुछ सपने सजाकर साउदी अरब जाकर एक शेख के यहां नौकरी करना हरी चंद को भारी पड गया। हरी चंद वहां के शेख के जुल्मों से बेहद तंग है। वो अब किसी तरह वहां से निकल कर हिंदुस्तान आकर दुबारा से अपनी जिंदगी शुरू करना चहाता है। हिंदुस्तान आने में उसका मालिक शेख ही रोडा बन गया है जो उसे ने तो वेतन दे रहा है और ना ही हिंदुस्तान आने दे रहा है बल्कि शेख ने उसका पासपोर्ट जप्त कर रखा है। हरी चंद के परिवार के लोगों ने हरियाणा गोसोवा आयोग के चेयरमैन भानी राम मंगला की मार्फत विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से हरी चंद मामले में मदद की गुहार लगाई है।
दस दिन के अंदर हरी चंद हिंदुस्तान नहीं आया तो वो साउदी अरब के नऐ कानून के शिकंजे में फंस सकता है। उसके साउदी अरब में फंसे होने की वजह से पत्नि, सास औैर बच्चों का रो-रो कर बुरा हाल है। मेवात जिला के गांव बसई मेव निवासी हरी चंद ने करीब चार-पांच साल पहले साउदी अरब जाकर पैसे कमाने के कुछ ख्वाब संजोऐ थे। वहां से ठेर सारा पैसे कमाकर अपनी बेटियों और बेटों की धूम-धाम से शादी करने और बचे पैसे से अपना रोजगार शुरू करने का ख्वाब लेकर मेवात के एक ऐजेंट की मार्फत साउदी अरब गया था। एजेंट ने हरी चंद को वहां की किसी कंपनी की बजाऐ एक कफील (सेठ) के पास भेज दिया था।
हरी चंद ने हमारे संवाददाता को फोन पर बताया कि वह साउदी अरब के शहर बथा शहर में एक कफील के यहां घर पर नोकरी करने लगा। वह खाना बनाने से लेकर घर के सभी काम करता था। कफील को बिल्लियां बालने का बडा शौक था। नोकरी के करीब सवा साल बाद एक बिल्ली ने नुकसान कर दिया जिसपर उसके मालिक ने बहुत बुरी तरह मारा। फिर कुछ समय बाद बिल्ली ने घर में कोई बडा नुकसान कर दिया। उसे गुस्सा आ गया और डंडी बिल्ली को दे मारी जिस्से बिल्ली की मौके पर ही मौंत हो गई। उसके बाद मालिक ने उसे इतना मारा कि वह बेहोश हो गया। बाद में उसे दूसरी जगह खेतों पर पशुओं के कमेले में भेज दिया।
हरी चंद का कहना है कि वहां पहुंचने के बाद वह एक पेड के नीचे अपनी किस्मत को कोसते हुऐ रो रहा था। इसी दौरान वहां से साउदी अरब का ही रहने वाला एक कफील (सेठ) गुजरा उसने उसे रोता देख वह मेरे पास आ गया। जिसको मेने अपने साथ हुई सारी ज्यादतियों के बारे में उसे बता दिया। हरी चंद का कहना है कि वह कफील काफी दयावान था और वह ज्यादा वेतन देने पर अपने साथ ले गया। वह पिछले करीब तीन साल से नऐ कफील के पास रह रहा है जो इमानदार के साथ-साथ एक अच्छा इंसान है। वहं हर महिने मुझे वेतन तो देता ही साथ ही बडे प्यार से भी रखता था।
हरि चंद ने बताया कि हाल ही में साउदी अरब ने कानून बनाया है कि जो अपने कफील या कंपनियों को छोडकर दूसरी जगह नोकरी कर रहे हैंं वे तीन महिने के अंदर साउदी अरब छोड दें ना छोडने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाऐगी। इसी डर की वजह से उसने साउदी अरब स्थित भारतीय दूतावास से सम्पर्क किया जहां उसे बताया गया की उसके पहले कफील ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया हुआ है जो काफी गंभीर है। जब तक पहला कफील उसे मांफ नहीं कर देता या फिर वह सजा भुगत नहीं लेता तब तक वह हिंदुस्तान नहीं जा सकता है।
हरी चंद के परिवार के सदस्यों का रो-रोकर हा रहा है बुरा हाल
जैसे ही इस बारे में हरी चंद ने अपने परिवार वालों को बताया तो उनका रो-रो कर बुरा हाल है। शुक्रवार को ही जब पुन्हाना में उसकी सास हरबेजी ने ये बात सुनी तो वह बेहोश हो गई जिसे बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया। हरी चंद के 6 बच्चे हैं जिनमें चार लडकी और दो लडके हैं। कई बच्चें जवान है जिनकी शादी कराने की घर में तैयारियां चल रही थी। हरी चंद की पत्नि ओमबति का कहना है कि जबसे उसे इस बात का पता चला है उसकी रोतों की नींद और दिन का चैन उड गया है। अभी तक ये बात उसने अपने बच्चों को भी नहीं बताई है।
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तक पहुंची हरी की परेशानी
हरियाणा गोसोवा आयोग के चेयरमैन भानी राम मंगला की ने बताया कि आज ही पीडित हरी चंद के परिवार और ससुराल के लोगों ने हरी चंद के साउदी अरब में फंसे होने बात कही है। उनहोने इस बारे में विदेश मंत्री सुषमा स्वाराज तक हरी चंद की समस्या पहुंचा दी है वहीं इस बारे में सांसद और केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह से भी बात करने की कोशिश की जा रही है। उन्होने कहा कि उनकी सरकार हरी चंद को हिंदुस्तान लाने में पूरी मदद करेगी।
सउदी अरब में हरी को हनीफ मेवाती का मिला साथ, करेगें पूरी मदद
सउदी अरब कि एक कंपनी में बतौर मैनेजर काम करने वाले मेवात के गांव अटेरना निवासी हनीफ सईद ने फोन पर बताया कि उनको आज ही इस बारे में पता चला है उसकी फोन पर हरी चंद से बात हो गई है। वह रविवार को हरी चंद से बथा शहर जाकर मिलेगा और वह उसकी पूरी मदद करेगा। हरी चंद को जल्द से जल्द हिंदुस्तान भेजा जाऐगा। अगर हरी चंद को पैसे की भी जरूरत पडी तो वह पैसे से भी मदद करेगा।