न्यूनतम वेतनमान 26 हजार व पेंशन की सुविधा ठीक करने की मांग
फरीदाबाद (धर्मेन्द्र यादव ) : सातवे वेतन आयोग को लेकर उत्तरी रेलवे के कर्मचारियों ने फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 पर केन्द्र सरकार के खिलाफ एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। धरने में दिल्ली तुग़लकाबाद रेलवे स्टेशन से लेकर पलवल रेलवे स्टेशन के लगभग सभी कर्मचारी पहुंचे। रेलवे कर्मचारियों ने प्लेटफार्म पर जमकर भारत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वायदा खिलाफी करने का आरोप लगाया। कर्मचारियों की मांग है कि उन्हें सातवा वेतन दिया जाये और न्यूनतम वेतनमान 26 हजार कर पेंशन की सुविधा ठीक की जाये। ऐसा न होने पर कर्मचारियों ने धमकी दी है कि जल्द सरकार ने उनकी मांगे पूरी नहीं की तो बिना नोटिस दिए रेलवे का चक्का जाम करेंगे जिसकी जिम्मेदार भाजपा सरकार ही होगी।
पूरे देश में इन दिनों धरना प्रदर्शन आंदोलनों का जोर चल रहा है,चारो ओर सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किये जा रहे हैं ऐसे में अपनी मांगो को लेकर अब भारतीय उत्तरी रेलवे के कर्मचारी भी प्लेटफॉर्म पर आ गये हैं। आज पूरे देश में उत्तरी रेलवे कर्मचारियों ने सभी स्टेशनों के प्लेटफार्मों पर भारत सरकार के खिलाफ सातवे वेतनमान की मांग को लेकर एक दिवसीय सांकेतिक धरना दिया। धरने में दिल्ली तुग़लकाबाद रेलवे स्टेशन से लेकर पलवल रेलवे स्टेशन के 6 स्टेशनों के सभी कर्मचारी पहुंचे। रेलवे कर्मचारियों ने प्लेटफार्म पर जमकर भारत सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और वायदा खिलाफी करने का आरोप लगाया।
इस बारे में उत्तरी रेलवे मैन्स यूनियन के पदाधिकारी और फरीदाबाद रेलवे स्टेशन के सचिव राजेन्द्र भारद्धाज से बात की गई तो उन्होंने कहा कि भारत सरकार ने उनके साथ धोखा किया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने सातवे वेतनमान के नाम पर आधा अधूरा वेतनमान देकर कर्मचारियों को छला है। अब वो इतना धोखा खा चुके हैं कि कर्मचारी भारत सरकार पर बिल्कुल भी भरोसा करने के लिये तैयार नहीं है। इसलिये उनकी मांग है कि जल्द से जल्द सातवा वेतनमान, न्यूनतम वेतन कम से कम 26 हजार और सभी कर्मंचारियों को पुरानी स्कीम के अनुसार पैंशन मिलनी चाहिये। अगर सरकार उनकी इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा नहीं करती है तो बिना नोटिस दिये कर्मचारी उत्तरी रेलवे का चक्का जाम कर देंगे जिसकी जिम्मेदार भारक सरकार होगी।