⁃ मुख्यमंत्री मनोहर लाल एवं कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने किया भिण्डावास का दौरा
⁃ भिण्डावास पक्षी विहार को विकसित बनाने की योजना पर होगा काम
भिण्डावास(झज्जर), 19 मई :सोनू धनखड़:- झज्जर की भिंडावास झील की पर्यटन के क्षेत्र में खास पहचान होगी। प्रदेश की सबसे बड़ी वेटलैंड को पर्यटन स्थल के तौर पर विकसित करने के साथ-साथ झील में अधिकतम सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शक्रवार को मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने खुद भिंडावास पक्षी विहार पर पहुँचकर जायजा लिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि झज्जर के भिण्डावास पक्षी विहार को सुंदर व रमणीय स्थल के तौर पर विकसित किया जाएगा। पर्यटन के क्षेत्र में यहाँ संभावनाओं को देखते हुए सुविधाओं को बढ़ाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने भिण्डावास पक्षी विहार का दौरा करते हुए यहां मिले अनुभव को संवाददाताओं से सांझा करते हुए इसे एक खूबसूरत प्राकृतिक स्थल बताया। मुख्यमंत्री ने कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ के साथ भिण्डावास पक्षी विहार में बनी झील, प्राकृतिक चेतना केंद्र व पक्षियों को देखने के लिए बनाए गए वॉच टावर आदि स्थानों का निरीक्षण भी किया।
श्री मनोहर लाल ने बताया कि भिण्डावास पक्षी विहार के बारे में उन्होंने बहुत सुना है लेकिन इस स्थान पर वे पहली बार आए है। उन्होंने कहा कि भिण्डावास पर्यटन के लिहाज़ से आकर्षण का केंद्र है। दुनिया भर से यहाँ पर सितंबर से मार्च माह के दौरान बड़ी संख्या प्रवासी पक्षी आते है। ऐसे में प्रवासी पक्षियों को देखने वाले पर्यटकों के लिए सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा। जिनमें यहाँ पर रात्रि ठहराव के लिए टैंटिंग, झील के सौंदर्यीकरण तथा पक्षियों व वन्य प्राणियों के लिए डिस्पेंसरी खोली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस डिस्पेंसरी में सहायक की शीघ्र तैनाती कर दी जाएगी और सुल्तानपुर बर्ड सेंच्युरी में तैनात चिकित्सक यहाँ के लिए ऑन कॉल उपलब्ध होंगे। दिल्ली में वन्य जीव जंतुओं के लिए जैन समाज द्वारा स्थापित अस्पताल से भी यहाँ पर सहयोग लिया जाएगा। गत दिनों बहादुरगढ़ में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जैन समाज ने कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ के समक्ष भी वन्य प्राणियों की देखरेख के लिए चिकित्सा केंद्र खोलने की मांग रखी थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भिण्डावास पक्षी विहार को विकसित करने के लिए विभागीय स्तर पर भी अध्ययन कराया जाएगा। उन्होंने वन्य प्राणी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पक्षियों के अनुकूल वातावरण के साथ-साथ इस बात का भी उपाय निकाला जाए कि जलकुंभी का निवारण हो। यह एक अलग प्रकार के पर्यटन का बड़ा केंद्र है। यहाँ पर पर्यटन की दृष्टि से संभावनाओं को देखते हुए राज्य सरकार की ओर से हर प्रकार की मदद दी जाएगी। इस दौरान मुख्यमंत्री ने आस-पास के गाँवों से आए ग्रामीणों से बातचीत भी की और उन्हें आने वाली परेशानियों के बारे में भी जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में होने वाले जलभराव के समाधान के भी अधिकारियों को निर्देश दिए। संवाददाताओं की ओर से अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में कुलभूषण जाधव को लेकर आए फ़ैसले को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने नरेन्द्र मोदी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि अन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय द्वारा भारतीय कुलभूषण जाधव पर की जा रही कार्यवाही पर रोक लगाना एक वैश्विक उपलब्धि है। वे इस निर्णय का स्वागत करते हैं।
एसवाईएल के निर्माण से संबंधित सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस नहर के निर्माण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा के पक्ष में निर्णय आ चुका है। अब इस निर्णय के क्रियान्वयन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा की याचिका पर सुनवाई जारी है उम्मीद है कि शीघ्र ही इस पर निर्णय आएगा। उन्होंने विपक्षी दलों की ओर से नहर को लेकर की जा रही राजनीति को अनुचित कऱार दिया।
हरियाणा के कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्री श्री ओमप्रकाश धनखड़ ने मुख्यमंत्री को भिण्डावास पक्षी विहार का एंबेसेडर बनने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि जिस तरह कच्छ की रण को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आकर्षण का केंद्र बनाया फँसीं तरह आप भी भिण्डावास को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टूरिज़म का आइकॉन बना सकते हैं।
स्थानीय युवाओं को मिलेगा रोजग़ार
भिण्डावास पक्षी विहार में मुख्यमंत्री ने अपने प्रवास के दौरान स्थानीय युवाओं को स्वरोजग़ार की सौग़ात भी प्रदान की। भिण्डावास पक्षी विहार आने वाले पर्यटकों के लिए स्थानीय युवा गाइड के तौर पर सेवाएं देंगे। मुख्यमंत्री ने ज़िला प्रशासन को सुझाव देते हुए कहा कि स्थानीय युवाओं को तीन महीनें का विशेष प्रशिक्षण दिलाया जाए और प्रशिक्षण हासिल करने वाले युवाओं को प्रमाण पत्र भी मिले।
इस अवसर पर जिला परिषद के चेयरमैन परमजीत सौलधा, अमित छनपड़ीया प्रतिनिधि सरपंच बादलीदिव्यांग आयोग के आयुक्त दिनेश शास्त्री, आदि गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। वही प्रशासन की ओर से उपायुक्त आरसी बिढाण, पुलिस अधीक्षक बी. सतीश बालन, प्रधान मुख्य वन्य प्राणी संरक्षक गुलशन आहूजा, एसडीएम प्रदीप कौशिक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।