नवरात्रों का पहला दिन अम्बाला के लिए लेकर आया बड़ी सौगात

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मुख्यमंत्री रविवार को रखेंगे अम्बाला एयरपोर्ट की नींव

हरियाणा में हवाई सेवाओं में जुड़ा एक नया अध्याय

मोदी के सपने “उड़े देश का आम नागरिक” को लगेंगे पंख

हिसार एयरपोर्ट समेत राज्य में होंगे दो एयरपोर्ट

नई दिल्ली, 14 अक्तूबर – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल एक के बाद एक लगातार प्रदेश को सौगात दे रहे हैं। रविवार 15 अक्तूबर को नवरात्रों का पहला दिन अम्बाला के इतिहास में ख़ास – दिन के तौर पर दर्ज होने जा रहा है , क्योंकि मुख्यमंत्री दोपहर बाद अम्बाला एयरपोर्ट की स्थापना के लिए भूमि पूजन कर शिलान्यास करेंगे। इस एयरपोर्ट के बनने के बाद हरियाणा देश के उन चुनिंदा प्रदेशों में शामिल हो जाएगा जहां दो एयरपोर्ट हैं। सबको ज्ञात है कि हिसार में भी महाराजा अग्रसेन हवाई अड्डा बन रहा है।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर के अनुसार भारत सरकार द्वारा “उड़े देश का आम नागरिक” (उड़ान) योजना को वर्ष 2016 में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत एक क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस) के रूप में शुरू किया गया था। इस स्कीम की शुरुआत प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने की थी जिनका सपना है कि हवाई चप्पल वाला साधारण व्यक्ति भी हवाई यात्रा करे। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘उड़ान’ स्कीम के तहत अम्बाला में बनने वाला एयरपोर्ट भी प्रधानमंत्री के सपने को पंख लगाएगा।
अम्बाला हवाई अड्डे पर सिविल एन्क्लेव को आरसीएस उड़ान योजना के तहत विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आरसीएस को बढ़ावा देने और सभी के लिए हवाई यात्रा को किफायती बनाने के प्राथमिक उद्देश्य के साथ 7 जुलाई 2017 को हरियाणा सरकार और नागरिक उड्डयन मंत्रालय के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए थे। इसमें आरसीएस मार्गों पर उड़ानों के संचालन के लिए वित्तीय अंतराल को पूरा करने के लिए एयरलाइन ऑपरेटरों और व्यवहार्यता गैप फंडिंग (वीजीएफ) के लिए रियायतें शामिल हैं। एमओयू के प्रावधान के तहत, राज्य सरकार ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी योजना (आरसीएस)-यूडीएएन विमान उड़ानों सहित सभी यात्री उड़ानों के लिए एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर वैट को घटाकर 1% कर दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पहले ही हिसार हवाई अड्डे से संचालित आरसीएस उड़ानों के लिए 20% व्यवहार्यता गैप फंडिंग प्रदान कर चुकी है। वित्तीय वर्ष 2021-2022 के दौरान रीजनल एयर कनेक्टिविटी फंड ट्रस्ट, नई दिल्ली को लगभग ₹14 लाख रूपये की राशि पहले ही वितरित की जा चुकी है।
20 एकड़ में बनेगा अम्बाला में सिविल एन्क्लेव
मुख्यमंत्री ने बताया कि अंबाला में भारतीय वायु सेना बेस को आरसीएस संचालन के लिए सीआरजे-200 (50-सीटर) के लिए 2019 में उड़ान 3.0 में सूचीबद्ध किया गया था, लेकिन बाद में बोलियां रद्द कर दी गई और बाद में अंबाला को श्रीनगर और लखनऊ से जोड़ने वाले दो मार्गों के साथ 19-सीटर के विमान हेतु उड़ान 4.2 के तहत मेसर्स बिग चार्टर्स को कार्य सौंपा गया।
उन्होंने बताया कि वायु सेना स्टेशन अंबाला के पास 20 एकड़ में सिविल एन्क्लेव की स्थापना की जाएगी , यह भूमि डिफेन्स से हस्तांतरण के माध्यम से ली गई है और सरकार द्वारा सितम्बर में 133 करोड़ रूपये का भुगतान कर दिया गया है। सिविल एन्क्लेव को विकसित करने के लिए परियोजना मूल्यांकन समिति (पीईसी) की बैठक में 25 करोड़ रुपये की राशि का भी आवंटन किया गया है।
बकौल मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल हरियाणा सरकार ने पहले ही नागरिक उड्डयन मंत्रालय से अंबाला-श्रीनगर मार्ग के साथ-साथ अंबाला-वाराणसी और अंबाला-केदारनाथ मार्गों को आरसीएस उड़ान में जोड़ने पर विचार करने का अनुरोध किया है। यह अंबाला और आसपास के क्षेत्रों से आगरा, वाराणसी और केदारनाथ सहित उत्तरी राज्यों के गंतव्यों तक हवाई कनेक्टिविटी की दिशा में अहम साबित होगा।
हिसार में भी बनेगा सिविल एविएशन हब
मुख्यमंत्री ने बताया कि हरियाणा सरकार हिसार में भी एयरपोर्ट के साथ -साथ एविएशन हब को एक विजन के तहत तैयार कर रही है। हिसार एयरपोर्ट को यात्रियों की सुविधा के साथ-साथ इंडस्ट्रियल और कार्गों हब के रूप में भी विकसित किया जा रहा है। सरकार जल्द ही हिसार एयरपोर्ट से रीजनल कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए जम्मू, अमृतसर, जयपुर, देहरादून, कुल्लू, शिमला, धर्मशाला, चंडीगढ़ तक उड़ान भरने की तैयारी में है। उन्होंने बताया कि हिसार में महाराजा अग्रसेन इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाना हरियाणा सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजना है। इस मेगा प्रोजेक्ट के लिए सरकार ने 945 करोड़ रुपए का बजट रखा हुआ है। हिसार एयरपोर्ट का निर्माणाधीन रनवे 10 हजार फुट का है, जो कि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के अनुरूप है।

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