आरटीआई के तहत मिली जानकारी
5 वर्षों में 21 लाख वाहनों के काटे चालान , 46 करोड़ रुपए वसूले जुर्माने के तौर पर
अशोक चौहान
गुडग़ांव : गुडग़ांव में यातायात जाम की समस्या सबसे बड़ी समस्या है। राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर नए व पुराने गुडग़ांव की मुख्य सडक़ों पर सदैव ही यातायात जाम रहता है। हालांकि गुडग़ांव की यातायात पुलिस ने निर्विघ्र यातायात का संचालन करने के लिए व्यवस्था भी की हुई है, लेकिन वह पर्याप्त नहीं है। गुरूग्राम को जाम की समस्या से निजात दिलाने की बजाय गुडग़ांव पुलिस चालान काटने पर अधिक जोर देती है। यह कहना है कि स्वयंसेवी संस्था मानव आवाज के पदाधिकारियों का।
संस्था के संयोजक अभय जैन और बनवारीलाल का कहना है कि उन्होंने गत वर्ष गुडग़ांव यातायात पुलिस द्वारा काटे गए वाहनों के चालानों की जानकारी आरटीआई के तहत मांगी थी। जानकारी मिली है कि गत 5 वर्षों में पुलिस ने करीब 21 लाख वाहनों के चालान काटकर उनसे 46 करोड़ रुपए की वसूली कर सरकारी खजाने में जमा कराए हैं।
संस्था के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि चालानों का औसत निकाला जाए तो यातायात पुलिस ने वर्ष 2016 में हर दिन करीब 1100 वाहनों के चालान काटे है, जिससे पुलिस को हर दिन 2 लाख 20 हजार रूपए की धनराशि प्राप्त हुई है, लेकिन सरकारी खजाने में इतनी राशि जमा होने के बावजूद भी यातायात पुलिस व्यवस्था के सुधार व वाहन चालकों की सहूलियतों पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।
शहर में कई स्थानों पर ट्रैफिक सिग्रल तक नहीं हैं, जहां सिग्रल हैं भी उनमें से अधिकांश खराब पड़े हैं। यातायात पुलिस के पास संसाधनों का अभाव है। ऐसे में यातायात जाम होना स्वभाविक है। संस्था का मानना है कि यातायात पुलिस व्यवस्था में सुधार किया जाए और जाम के समाधान पर विचार विमर्श किया जाए तो इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है।