पीएम मोदी बोले : श्रम मंत्रालय वर्ष 2047 के लिए श्रमिकों के हित में अपना विजन तैयार करेगा  

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नई दिल्ली : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नेशनल लेबर कांफ्रेंस को संबोधित किया. इसमें सभी राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों के श्रम मंत्रियों ने भाग लिया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि अमृतकाल में विकसित भारत के निर्माण के लिए हमारे जो सपने हैं,जो आकांक्षाएँ हैं,उन्हें साकार करने में भारत की श्रम शक्ति की बहुत बड़ी भूमिका है।इसी सोच के साथ देश संगठित और असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले करोड़ों श्रमिक साथियों के लिए निरंतर काम कर रहा है. पीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री श्रम-योगी मानधन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, जैसे अनेक प्रयासों ने श्रमिकों को एक तरह का सुरक्षा कवच दिया है। ऐसी योजनाओं की वजह से असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के मन में ये भाव जगा है कि देश उनके श्रम का भी उतना ही सम्मान करता है।हम देख रहे हैं कि जैसे जरूरत के समय देश ने अपने श्रमिकों का साथ दिया, वैसे ही इस महामारी से उबरने में श्रमिकों ने भी पूरी शक्ति लगा दी है।

उन्होंने कहा कि आज भारत फिर से दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ कर रही अर्थव्यवस्था बना है, तो इसका बहुत बड़ा श्रेय हमारे श्रमिकों को ही जाता है।एक वर्ष में ही इस पोर्टल से 400 अलग-अलग क्षेत्रों में काम करने वाले करीब 28 करोड़ श्रमिक जुड़ चुके हैं।देश के हर श्रमिक को सामजिक सुरक्षा के दायरे में लाने के लिए किस तरह काम हो रहा है उसका एक उदाहरण ई-श्रम पोर्टल भी है।

पीएम मोदी ने कहा कि ये पोर्टल पिछले वर्ष शुरू किया गया था ताकि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए आधार से जुड़ा नेशनल डेटाबेस बन सके।बीते 8 वर्षों में हमने देश में गुलामी के दौर के और गुलामी की मानसिकता वाले कानूनों को खत्म करने का बीड़ा उठाया है।

अपने संबोधन में उनका कहना था कि देश अब ऐसे लेबर कानूनों को बदल रहा है, रिफॉर्म कर रहा है, उन्हें सरल बना रहा है। इसी सोच से, 29 लेबर कानूनों को 4 सरल लेबर कोड्स में बदला गया है। देश का श्रम मंत्रालय अमृतकाल में वर्ष 2047 के लिए अपना विजन भी तैयार कर रहा है।

उन्होंने भविष्य की जरूरत के लिए  flexible work places, work from home ecosystem और भविष्य की जरूरत – flexi work hours की बात की . उन्होंने कहा कि हम flexible work place जैसी व्यवस्थाओं को महिला श्रमशक्ति की भागीदारी के लिए अवसर के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। इस 15 अगस्त को लाल किले से मैंने देश की नारीशक्ति की संपूर्ण भागीदारी का आह्वान किया है

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