कमल की चमक के सामने विपक्ष का रंग फीका !
मोदी की हनक बरकरार
सुभाष चौधरी , प्रधान संपादक
फरीदाबाद : फरीदाबाद नगर निगम के चुनाव में भाजपा को 30 सीटों पर विजय मिली जबकि 10 निर्दलीय उम्मीदवारों ने बाजी मारी है. इस चुनाव परिणाम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि देश में पीएम नरेन्द्र मोदी की धमक पूरी तरह बरकरार है और नोट्बंदी के उनके निर्णय को आम जनता का पूरा समर्थन है. लगता है विपक्ष की राजनीति के दिन अब लद गए है.
अभी हाल में चंडीगढ़ में भी नगर निगम के चुनाव हुए थे और वहाँ भाजपा ने शानदार वापसी की और कांग्रेस के सारे दिग्ज्जों को धराशायी कर दिया था. कयास ये लागाये जा रहे थे की चंडीगढ़ में भाजपा के खिलाफ लोग वोट करेंगे. यह भी कहा जा रहा था कि लोग नोटबंदी से हुयी परेशानी के कारण नाराज हैं लेकिन रिजल्ट इसका उलटा आया.
हरियाणा में भी यह माना जा रहा था कि फरीदाबाद नगर निगम के चुनाव हरियाणा की भाजपा सरकार इसलिए नहीं काराना चाहती है कि उन्हें भय है कि पार्टी के खिलाफ रिजल्ट आ सकता है और इसका सीधा असर पांच राज्यों में होने वाले चुनावों पर पडेगा और भाजपा को इसका नुकसान हो सकता है. लेकिन रविवार को फरीदाबाद नगर निगम चुनाव के आये परिणाम ने यह साबित कर दिया की शहरी क्षेत्र में भाजपा की बढ़त पूर्ववत है. इसका कारण गरीब तबके व मध्यम वर्ग के परिवारों में मोदी की छवि अच्छी होना है. कुछ लोगों का यह भी मानना है कि नोट्बंदी के 50 दिन बाद 31 दिसंबर को पीएम ने अपने संबोधन में जिन योजनाओं व बैंकिंग व्यवस्था की घोषणा की उसका लोगों में यह असर गया कि पीएम गरीबों को अच्छी सुविधाएं देना चाहते हैं लेकिन विपक्ष इसमें अडंगा लगा रहा है.
क्योंकि विपक्ष के लोग नोटबंदी का आरंभ से विरोध कर रहे हैं और इससे जनता को तकलीफें होने का दावा कर रहे हैं. परन्तु लगातार दो स्थानीय निकायों के चुनाव ने यह साबित कर दिया कि आम लोग भाजपा की केंद्र सरकार हो या राज्य सरकार उनके काम काज से संतुष्ट है और उनमें लोगों का विश्वास बना हुआ है. दूसरी तरफ विपक्ष लोगों को यह समझाने में नाकाम रहा है कि वे जिन खामियों की बात कर रहे हैं उसके लिए मोदी सरकार जिम्मेदार है. विपक्ष की एकता भी समय रहते शीतकालीन संसद सत्र के समापन के दिन ही तार तार हो गयी और कांग्रेस अपना अलग राग अलापने लगी और वामदल , बसपा व सपा अलग-अलग राग छेड़ने लगे. इनमें आपसी विश्वास का अभाव रहा जबकि कांग्रेस पार्टी की राजनीतिकमैनेजमेंट पूरी तरह फेल साबित हुयी.
अब नोट्बंदी के दो माह पूरे होने के अवसर पर कांग्रेस की ओर से निष्प्रभावी तरीके से कमियां गिनाना वैसे ही है जैसे सांप बिल में चला गया तो लाठी पीटने से क्या होगा ? ऐसा इसलिए कि मोदी जी ने जनता से 50 दिन मांगे थे और इन्हीं 50 दिनों के देश में मची अफरातफरी के माहौल प्र कमोवेश काबू पाने में कम्तावी हासिल कर ली गयी क्योंकि 1 जनवरी के बाद ए टी एम् व बैंकों में लाइनों की लम्बाई घंटे लगी. लोग अब इस स्थिति के अभ्यस्त हो गए क्योंकि उन्हें कगता है कि ए टी एम् व बैंकों में तो नोट्बंदी से पूर्व भी 10- 12 लोग लाइन में देखे जाते थे. इसलिए यह मुद्दा तो विपक्ष से छिन सा गया.
अब वर्त्तमान राजनीतिक स्थित से यह समझ में आता है कि भाजपा उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री के तौर पर किसी भी नेता का नाम घोषित नहीं करेगी और मोदी के नेतृत्व में ही चुनाव लड़ेगी. पार्टी का यह विश्वास और पुख्ता हो जाएगा कि इन पाँचों राज्यों में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व के नाम पर ही चुनाव लड़ने से पार्टी शतप्रतिशत फायदे में रहेगी क्योंकि आम आदमी ने नोट्बंदी को तकलीफों के साथ सकारात्मक दृष्टि से लिए है.
हालाँकि पांच राज्यों के विधान सभा चुनाव से पूर्व बारी है गुरुग्राम नगर निगम के चुनाव की. जाहिर है फरीदाबाद निगम चुनाव के रिजल्ट को देखते हुए अब प्रदेश में बैठी भाजपा सरकार को गुरुग्राम नगर निगम के चुनाव कराने से कोई परहेज नहीं होगा और संभव है अगले एक माह में ही इसका भी ऐलान हो जाएगा. हालांकि इसका अभी तक नोटिफिकेशन नहीं हुआ है. लेकिन देश के राजनीतिक हालात देख कर तो यही लगता है कि गुरुग्राम नगर निगम चुनाव भी शीघ्र करवा कर भाजपा नेतृत्व इस सकारात्मक माहौल का लाभ लेना चाहेगी.
विजयी निर्दलीय प्रत्याशियों की सूचि :
वार्ड 3- जयवीर खटाना आजाद –
वार्ड 4- शीतल खटाना आजाद
वार्ड 5- ललिता यादव आजाद
वार्ड 15 संदीप भारद्वाज आजाद
वार्ड 16 राकेश भड़ाना आजाद
वार्ड 17 विकास भारद्वाज आजाद
वार्ड 18 रतनलाल आजाद
वार्ड 21 जितेंद्र भड़ाना आजाद
वार्ड 25 मुनेश भड़ाना आजाद
वार्ड 29 नीतू भाटी आजाद
विजयी भाजपा प्रत्याशियों की सूचि :
वार्ड 1 – सपना डागर भाजपा
वार्ड 2- प्रियंका चौधरी भाजपा
वार्ड 6- सुरेंद्र अग्रवाल भाजपा
वार्ड 7- वीर सिंह नैन भाजपा
वार्ड 8- ममता चौधरी भाजपा
वार्ड 9- महेंद्र सरपंच भाजपा
वार्ड 10- मनवीर भड़ाना भाजपा
वार्ड 11- मनोज नासवा भाजपा
वार्ड 12- सुमन बाला भाजपा
वार्ड 13- सुमन भारती भाजपा
वार्ड 14 जसवंत सिंह भाजपा
वार्ड 19 सतीश कुमार भाजपा
वार्ड 20 हेमा चौधरी भाजपा
वार्ड 22 जितेंद्र यादव भाजपा
वार्ड 23 गीता रक्षवाल भाजपा
वार्ड 24 सोमलता भड़ाना भाजपा
वार्ड 26 अजय बैसला भाजपा
वार्ड 27 देवेंद्र चौधरी भाजपा
वार्ड 28 नरेश नंबरदार भाजपा
वार्ड 30 सुभाष अाहूजा भाजपा
वार्ड 31 छत्रपाल यादव भाजपा
वार्ड 32 मनमोहन गर्ग भाजपा
वार्ड 33 धनेश अदलक्खा भाजपा
वार्ड 34 कुलबीर भाजपा
वार्ड 35 राकेश उर्फ कपिल डागर भाजपा
वार्ड 36 दीपक यादव भाजपा
वार्ड 37 महेश गोयल भाजपा
वार्ड 38 ओमवती सैनी भाजपा
वार्ड 39 हरप्रसाद गौड भाजपा
वार्ड 40 सविता तंवर भाजपा