गुरूग्राम में श्री शीतला माता देवी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के निर्माण को लेकर हुई बैठक : सितंबर 2023 में प्रथम चरण की ओपीडी शुरू करने का लक्ष्य

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– मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संबंधित अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की

– इस अस्पताल में कम खर्च पर गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होंगी

– पीपीपी मॉडल पर तैयार होगा मैडिकल कॉलेज व अस्पताल

– 650 बैड से ज्यादा होगी अस्पताल की क्षमता, आधुनिक सुपर स्पेशिलिटी चिकित्सा सुविधाएं करवाई जाएंगी उपलब्ध

गुरूग्राम, 20 फरवरी। गुरूग्राम जिला का श्री शीतला माता देवी मैडिकल कॉलेज एवं अस्पताल पब्लिक प्राईवेट पार्टनर्शिप के अनूठे नए मॉडल पर बनाया जाएगा जिसमंे गुरूग्राम वासियों को कम खर्च पर गुणवत्ता की अफोर्डेबल हैल्थकेयर सुविधा उपलब्ध होंगी। इस मैडिकल कॉलेज व अस्पताल के स्वरूप को लेकर रविवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने संबंधित अधिकारियों के साथ विस्तार से चर्चा की। यह बैठक गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्रामगृह में आयोजित की गई थी।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरूग्राम जिला का यह मैडिकल कॉलेज व अस्पताल एक ऐसे अनूठे मॉडल पर तैयार किया जाएगा जिसमें यहां के लोगों को ‘लो कोस्ट अफोर्डेबल सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल’ की सुविधा मिले। इस मैडिकल कॉलेज व अस्पताल का निर्माण सैक्टर 102 में किया जा रहा है। इसमें सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल की सभी आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। यह अस्पताल 650 बैड से ज्यादा क्षमता का होगा। इसमें अटेंडेंट के ठहरने की भी व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस अस्पताल में सितंबर 2023 से चरणबद्ध तरीके से पहले चरण की ओपीडी सुविधाएं शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

गुरूग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने इस मैडिकल कॉलेज और अस्पताल के बारे में प्रेजेंटेशन देते हुए बताया कि अस्पताल 650 बैड का होगा। इसके अलावा, 30 बैड इमरजेंसी, 40 बैड आईसीयु और 50 बैड ट्रोमा सैंटर में भी होंगे। अस्पताल में फॉर्मेसी की व्यवस्था के अलावा इसका भवन ग्रीन बिल्डिंग सिद्धांतो के अनुसार बनाया जाएगा। अस्पताल भवन में कैंटीन व रेस्टोरेंट की सुविधा भी होगी और पूरा कैंपस सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगा। यही नहीं, यह भवन एनर्जी एफिसिएंट लाईटिंग सिस्टम से लैस होगा। उन्होंने श्री माता वैष्णों देवी नारायणा सुपर स्पेशिलिटी अस्पताल कटरा का मॉडल भी बैठक में प्रस्तुत किया। इसके बाद यह निर्णय लिया गया कि जीएमडीए की टीम देश के ऐसे आधुनिकतम सुपर स्पेशिलिटी अस्पतालों का अध्ययन करेगी जहां पर मरीजो पर कम खर्च डालते हुए उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।

बैठक में बताया गया कि वर्तमान में गुरूग्राम जिला में विभिन्न अस्पतालों में मरीजों के लिए लगभग 5324 बैड उपलब्ध हैं। इनमें से केवल 10 प्रतिशत बैड ‘लो कोस्ट‘ अर्थात् कम खर्च वाले हैं जोकि सरकारी अस्पतालों में हैं। श्री शीतला माता देवी मैडिकल कॉलेज और अस्पताल के निर्माण से कम लागत वाले अफोर्डेबल हैल्थ केयर बैड की संख्या में जो गैप है वह दूर होगा।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डी एस ढेसी, प्रधान सचिव वी उमाशंकर, मुख्यमंत्री के पब्लिक सेफटी एडवाइजर अनिल राव, जीएमडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल, पुलिस आयुक्त कला रमाचंद्रन, नगर निगम आयुक्त मुकेश आहुजा, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, अतिरिक्त उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा, डीसीपी  ट्रैफिक रविंद्र सिंह तोमर, पलवल के सिविल सर्जन डा. ब्रह्मदीप संधु, कंसलटेंट श्री मनोचा बैठक में उपस्थित रहे जबकि वित विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, चिकित्सा शिक्षा विभाग की प्रधान सचिव डा. जी अनुपमा, शहरी स्थानीय निकाय के प्रधान सचिव अरूण कुमार गुप्ता बैठक से ऑनलाईन जुड़े।

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