गुरुग्राम। नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग हरियाणा एवं हरेडा द्वारा गुरुग्राम के ग्वालपहाड़ी स्थित नेशनल इस्टीटयूट ऑफ सोलर एनर्जी (नाइस)में 770 किलोवाट क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट की नेट मीटरिंग प्रणाली का उद्घाटन किया गया। इस प्रणाली का उद्घाटन नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग, हरियाणा के प्रधान सचिव अंकुर गुप्ता ने किया।
इस अवसर पर उनके साथ गुरुग्राम के अतिरिक्त उपायुक्त विनय प्रताप सिंह, डीएचबीवीएन के एसई नवीन वर्मा, नेशनल इस्टीटयूट ऑफ सोलर एनर्जी के डायरेक्टर जनरल सुधीर कुमार सिंह भी उपस्थित थे। नेशनल इंस्टीटयूट ऑफ सोलर एनर्जी में सौर ऊर्जा उत्पादन पर शोध किए जाते है।
परियोजना अधिकारी रामेश्वर सिंह ने नेट मीटरिंग के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि नेट मीटरिंग टू-वे प्रोसेस है। इसके माध्यम से व्यक्ति ग्रिड को भी बिजली देता है। उन्होंने बताया कि नेट मीटरिंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि जब व्यक्ति अपने घर या संस्थान में बिजली का इस्तेमाल नही करता तो सोलर पैनल से उत्पन्न होने वाली बिजली ग्रिड को मिलेगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि कोई संस्थान सोलर पैनल के जरिए प्रतिदिन 10 किलोवाट बिजली बनाता है , लेकिन वह रोजाना केवल 6 किलोवाट बिजली का ही
इस्तेमाल करता है तो 4 किलोवाट की अतिरिक्त बिजली नेट मीटरिंग सिस्टम के जरिए दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम को मिलेगी। दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम को दी जाने वाली बिजली को महीने के अंत में संस्थान द्वारा इस्तेमाल की गई बिजली में से घटा दिया जाएगा। इतना ही नही, डीएचबीवीएन सोलर पॉवर प्लांट द्वारा उत्पन्न की गई बिजली पर 25 पैसे प्रति युनिट की दर से इनसेंटिव भी देता है।
इस अवसर पर उप-महानिदेशक चंदन बेनर्जी व संजय कुमार, सीनियर रिसर्च साइंटिस्ट विक्रांत शर्मा, नेशनल इस्टीटयूट ऑफ सोलर एनर्जी के जूनियर रिसर्च साईंटिस्ट राहुल पचौरी भी उपस्थित थे