चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव  में आम आदमी पार्टी ने 14 सीट हासिल कर भाजपा और कांग्रेस दोनों की जमीन छीन ली

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 -भाजपा का मेयर रवि के शर्मा भी हार गया 

-भाजपा को 12 सीटों पर जबकि कांग्रेस को 8 पर जीत मिली, अकाली दल के नाम एक सीट

चंडीगढ़ :  चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव  में पहली बार मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी  ने सबसे ज्यादा  14 वार्डों पर जीत दर्ज कर भाजपा और कांग्रेस दोनों की राजनीतिक जमीन छीन ली है.  आम आदमी पार्टी  सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी जिससे आने वाले समय में पंजाब विधानसभा चुनाव में भी बदलाव के संकेत मिल रहे हैं . इस जीत पर आप नेता व दिल्ली के सीएम अरविन्द केजरीवाल ने कहा है कि चंडीगढ़ नगर निगम में आम आदमी पार्टी की ये जीत पंजाब में आने वाले बदलाव का संकेत है। चंडीगढ़ के लोगों ने आज भ्रष्ट राजनीति को नकारते हुए AAP की ईमानदार राजनीति को चुना है।  उन्होंने कहा है कि AAP के सभी विजयी उम्मीदवारों एवं सभी कार्यकर्ताओं को बहुत-बहुत बधाई।इस बार पंजाब बदलाव के लिए तैयार है।

चंडीगढ़ राज्य चुनाव आयोग के अनुसार, 14 वार्डों में आम आदमी पार्टी,  12 वार्डों में बीजेपी जबकि  8 वार्डों में कांग्रेस  प्रत्याशी विजयी हुए हैं.  शिरोमणि अकाली दल को एक वार्ड पर संतोष करना पड़ा है.

चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में बीजेपी को बड़ा झटका इस लिहाज से भी लगा कि पार्टी के मेयर रवि के शर्मा भी अपनी सीट नहीं बचा पाए. वार्ड नंबर 17 के उम्मीदवार और मौजूदा मेयर रवि के शर्मा को आम आदमी पार्टी प्रत्याशी  दमनप्रीत सिंह उर्फ बादल ने  828 वोटों से पराजित कीर दिया .

उल्लेखनीय है कि पंजाब  में कुछ ही समय बाद विधानसभा चुनाव होना है और आम आदमी पार्टी वहाँ कांग्रेस को शिकस्त देने की जुगत में लगी हुई है. उस चुनाव से ठीक पहले चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव में पहली बार मैदान में उतरी आम आदमी पार्टी ने  भाजपा और कांग्रेस दोनों को मात दे दी है. इससे साथ लगते राज्य पंजाब में आम आदमी के पक्ष में हवा बह सकती है.  केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने से पंजाब के लोगों में इसका राजनीतिक मेसेज बेहद मजबूत जा सकता है. .

 

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