सुभाष चौधरी
नई दिल्ली : प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद के शीतकालीन सत्र के आरम्भ में संसद के परिसर में मिडिया को संबोधित करते ही कहा कि सरकार हर विषय पर खुली चर्चा के लिए तैयार है, सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। हम ये भी चाहते हैं कि संसद में सवाल भी हों और शांति भी हो। भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान दिया, कितना सकारात्मक काम हुआ, उस तराजू पर तोला जाए। न कि मापदंड ये होना चाहिए कि किसने कितना जोर लगाकर सत्र को रोका।
उन्होंने कहा कि संसद का ये सत्र अत्यंत महत्वपूर्ण है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, हिंदुस्तान में चारों दिशाओं में आजादी के अमृत महोत्सव निमित रचनात्मक, सकारात्मक, जनहित, राष्ट्रहित के लिए, सामान्य नागरिक अनेक कार्यक्रम कर रहे हैं। आजादी के दीवानों ने जो सपने देखे थे, उन सपनों को पूरा करने के लिए देश का सामान्य नागरिक भी कोई न कोई दायित्व निभाने का प्रयास कर रहा है।
प्रधान मंत्री मोदी ने कहा कि ये अपने आप में भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभ संकेत है। उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे, देश भी चाहेगा कि भारत की संसद ये सत्र और आने वाले सभी सत्र, आजादी के दीवानों की भावनाओं के अनुकूल देशहित में चर्चाएं करें, देश की प्रगति के लिए रास्ते खोले। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि संविधान दिवस पर भी नए संकल्प के साथ संविधान की spirit को चरितार्थ करने के लिए हर किसी के दायित्व के संबंध में पूरे देश ने एक संकल्प किया है।
प्रधान मंत्री ने यह साफ किया कि सरकार हर विषय पर खुली चर्चा के लिए तैयार है, सरकार हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार है। हम ये भी चाहते हैं कि संसद में सवाल भी हों और शांति भी हो। भविष्य में संसद को कैसा चलाया, कितना अच्छा योगदान दिया, कितना सकारात्मक काम हुआ, उस तराजू पर तोला जाए। न कि मापदंड ये होना चाहिए कि किसने कितना जोर लगाकर सत्र को रोका।
प्रधान मंत्री ने कहा कि पिछले सत्र के बाद कोरोना की विकट परिस्थिति में भी देश ने कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ से अधिक डोज का आंकड़ा पार कर लिया है और 150 करोड़ की ओर अग्रसर है। उन्होंने आगाह किया कि नए वेरिएंट की खबरें भी हमें और सतर्क करती है, और सजग करती हैं। उन्होंने मिडिया प्रतिनिधियों और सांसदों से भी इस मामले में सतर्कता बरतने की सलाह दी.