केजरीवाल ने पीएम मोदी को दिए 4 सुझाव : दिल्ली के लिए मांगे हर माह 80 लाख वैक्सीन

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नई दिल्ली : दिल्ली को हर महीने 80 लाख वैक्सीन की जरूरत है. इसके मुकाबले मई में हमें केवल 16 लाख वैक्सीन की डोज मिली और अब केंद्र सरकार ने वैक्सीन की डोज दिल्ली के लिए कम कर दी है. हमें बताया गया है कि जून के लिए केवल आठ लाख डोज दिल्ली को दी जाएगी. अगर हर महीने 8लाख  डोज मिली तो 18 प्लस की उम्र वाले लोगों को वैक्सीन लगाने में 30 महीने लग जाएंगे..

यह कहना है दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का. श्री केजरीवाल आज डिजिटल माध्यम से प्रेसवार्ता को संबोधित कर आरहे थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने केंद्र सरकार को पत्र के माध्यम से 4 सुझाव दिए हैं.

उन्होंने कहा है कि भारत बायोटेक वैक्सीन का फार्मूला देने को तैयार हो गई है. केंद्र सरकार सभी वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को तुरंत वैक्सीन बनाने का आदेश जारी करे क्योंकि हमारे लिए एक-एक दिन भी बेहद कीमती है.

उन्होंने दूसरे सुझाव के रूप में कहा है कि सभी विदेशी वैक्सीन को 24 घंटे के अंदर भारत में इस्तेमाल  करने की इजाजत देनी चाहिए. सभी राज्यों की तरफ से भारत सरकार बात करे. अभी भारत के 36 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश वैक्सीन के लिए कंपनियों के सामने आपस में लड़ रहे हैं. इससे भारत की क्या छवि बन रही है.

केजरीवाल ने कहा कि तीसरे सुझाव के रूप में उन्होंने केंद्र सरकार से कहा है कि कुछ देश जिन्होंने जनसंख्या से ज्यादा वैक्सीन जमा कर रखी है भारत सरकार को उनसे वैक्सीन लेने की गुजारिश करनी चाहिए.

उन्होंने अपने चौथे सुझाव के रूप में कहा है कि सभी विदेशी कंपनियों को भारत में वैक्सीन उत्पादन करने की तुरंत अनुमति दी जानी चाहिए।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन चार सुझाव को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है.

उन्होंने आज प्रेस वार्ता में बताया कि दिल्ली में युवाओं की कोटे की वैक्सीन अब खत्म हो चुकी है. अंततः टीकाकरण केंद्र बंद करने पड़ेंगे. उन्होंने बल देते हुए कहा कि दिल्ली को हर महीने 80 लाख  वैक्सीन की जरूरत है ताकि 3 महीने में पूरी दिल्ली को टीके लगाए जा सके. उन्होंने केंद्र सरकार से दिल्ली के युवाओं के लिए तुरंत वैक्सिंन मुहैया कराने की मांग की।

उन्होंने खुलासा किया कि केंद्र सरकार ने मई के लिए केबल 16 लाख वैक्सिंन दी जबकि जून माह के लिए उन्होंने यह कोटा केवल आठ लाख डोज का कर दिया है। अभी तक दिल्ली में कुल 50 लाख लोगों को वैक्सीन की डोज दी गई है जबकि अभी और ढाई करोड़ लोगों को वैक्सीन की डोज देने की आवश्यकता है। ऐसे में दिल्ली के सभी 18 प्लस वाले लोगों को वैक्सीन लगाने में 30 महीने से भी अधिक समय लग जाएंगे जो चिंता पैदा करने वाली बात है।

उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर से दिल्ली के लोगों को बचाने का एकमात्र उपाय है कि कम से कम समय में अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीन की डोज दी जाए। उन्होंने कहा कि बेड, ऑक्सीजन और आईसीयू इन सब की तैयारी में हम जुटे हुए हैं लेकिन कोरोना के घातक असर से बचाने के लिए वैक्सीन ही सबसे ज्यादा कारगर हथियार है। उन्होंने कहा कि वैकिसन की कमी केवल सरकार के लिए चिंता का विषय नहीं है बल्कि आम आदमी भी इस बात से बेहद चिंतित है।

उन्होंने कहा की वैक्सीन की कमी के कारण देश में बेहद चिंताजनक हालात बन गए हैं. आज हर उम्र के लोगों के सामने यह धर्म संकट है कि वह अधिक उम्र होने के कारण स्वयं वैक्सीन ले या फिर अपने परिवार के कमाने वाले युवा व्यक्ति को पहले वैक्सीन लगवाने की वकालत करें। उन्होंने बल देते हुए कहा कि कोरोना से लड़ाई के लिए हमें देश में वैक्सीन की उपलब्धता तुरंत बढ़ाने की आवश्यकता है।

केजरीवाल ने कहा कि हालांकि दिल्ली में कोरोना की रफ्तार काफी कम हो गई है. पिछले 24 घंटे में सिर्फ 22 नए केस सामने आए हैं. जबकि संक्रमण की दर भी घटकर 3:30 प्रतिशत रह गई है. उन्होंने कहा कि संक्रमण की दर घटने का मतलब यह नहीं है कि कोरोना का खतरा टल गया है. इसलिए हमें वह सभी उपाय करते रहने होंगे जो इस संक्रमण को पूरी तरह समाप्त करने के लिए जरूरी है।

प्रेसवार्ता में उन्होंने कहा कि दिल्ली में आज से युवाओं का टीकाकरण बंद करना पड़ा है क्योंकि उनके पास युवाओं के लिए टीके नहीं हैं . केंद्र सरकार ने युवाओं के लिए जितनी वैक्सीन भेजी थी वह खत्म हो गई है. केंद्र से हमने और वैक्सीन मांगी.

केजरीवाल ने कहा कि मुझे बहुत दुख है कि वैक्सीन खत्म होने के कारण हमें युवाओं के वैक्सीनेशन  सेंटर बंद करने पर रहे। उन्होंने कहा कि कोरोना के खिलाफ वैक्सीन की सबसे बड़ा हथियार है. केंद्र सरकार से अपील है कि दिल्ली को वैक्सीन तत्काल उपलब्ध करवाएं।

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