केन्द्रीय मंत्री राव इंद्रजीत ने केंद्र सरकार से ब्लैक फंगस के इलाज के लिए इंजेक्शन की हरियाणा की एलोकेशन बढ़ाने की मांग की

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गुरुग्राम और भोंडसी के लिए एंबुलेंस खरीदने को देंगे अपने सांसद निधि कोष से ग्रांट

भोंडसी में नगर निगम बनाएगा नया पीएचसी भवन

गुरुग्राम, 22 मई। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने आज केंद्र सरकार से ब्लैक फंगस नामक बीमारी के इलाज के लिए आवश्यक दवा की वाईल की हरियाणा की एलोकेशन बढ़ाने की मांग की है। इसका कारण यह है कि हरियाणा में आसपास के प्रदेशों से भी लोग इलाज के लिए आते हैं। उदाहरण के तौर पर गुरुग्राम के अस्पतालों में काफी संख्या में मरीज दिल्ली और आसपास के प्रदेशों से हैं। वर्तमान में हरियाणा को 600 वाईल मिल रही हैं।


राव आज ऑनलाइन माध्यम से गुरुग्राम जिला के अधिकारियों के साथ कोविड प्रबंधन की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में उन्होंने कोविड संक्रमण के दुष्प्रभावों के तौर पर ब्लैक फंगस नामक बीमारी फैलने और इसके इलाज के लिए पर्याप्त दवा उपलब्ध नहीं होने पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस बीमारी के इलाज को लेकर अधिकारियों से रिपोर्ट ली।


इस पर गुरुग्राम के उपायुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि म्यूकोरमायकोसिस जिसे साधारण भाषा में ब्लैक फंगस कहते हैं वह वैसे भी पर्यावरण में रहती है और जब व्यक्ति का इम्यून सिस्टम गड़बड़ा जाता है तो इसका संक्रमण हो जाता है। यह बीमारी डायबिटीज अर्थात शुगर के रोगियों में ज्यादा देखी गई है या फिर उन मरीजों में जिन्हें लंबे समय तक ऑक्सीजन लगाई गई है। उन्होंने बताया कि स्टीरॉयड का प्रयोग व्यक्ति के शुगर लेवल पर असर डालता है। उन्होंने यह भी बताया कि इस बीमारी के इलाज के लिए एम्फोटेरीसिन-बी ड्रग का इस्तेमाल होता है। एक मरीज को प्रतिदिन चार से पांच वाइल लगती हैं और इलाज लंबा चलता है। हरियाणा सरकार ने राज्य स्तर पर इस ड्रग के वितरण के लिए कमेटी बनाई हुई है, जो सिविल सर्जन के माध्यम से जिला को यह दवा उपलब्ध करवाती है। हरियाणा में इस बीमारी के अभी तक 248 मामले सामने आए हैं जिनमें ज्यादातर डायबिटीज वाले मरीज हैं। इनमें से सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव के अनुसार गुरुग्राम जिला में 156 मरीज पाए गए हैं। उपायुक्त डॉ गर्ग ने बताया कि जिला प्रशासन तत्काल जरूरत वाले 28 मरीजों को यह दवा अपने प्रयासों से उपलब्ध करवा रहा है।


बैठक में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह को बताया गया कि अब सरकार ने यह निर्देश दिए हैं कि कोई भी दवा विक्रेता बिना डॉक्टर के लिखे किसी व्यक्ति को स्टीरॉयड नहीं बेच सकता है और उसे इसका रिकॉर्ड भी रखना होगा। यह भी अवगत करवाया गया कि गुरुग्राम के पुराने नागरिक अस्पताल के स्थान पर नया अस्पताल भवन बनाने की प्रक्रिया चल रही है। शीतला माता मेडिकल कॉलेज का निर्माण करने के लिए जल्द ही टेंडर भी होने वाले हैं।


राव ने गुरुग्राम और भोंडसी के लिए उनके सांसद निधि कोष से दो एंबुलेंस खरीदने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इसके लिए जल्द ही ग्रांट जारी कर दी जाएगी। गुरुग्राम को एडवांस लाइफ सेविंग उपकरणों से सुसज्जित आधुनिक एंबुलेंस और भोंडसी को भी एक एंबुलेंस मिलेगी। बैठक में यह भी तय हुआ कि तावडू अस्पताल के लिए एंबुलेंस की मांग सरकार से की जाएगी, जिसके लिए पैरवी केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह तथा सोहना के विधायक भी करेंगे। बैठक में ही सोहना के विधायक संजय सिंह की मांग पर नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह ने कहा कि गांव भोंडसी में नए पीएचसी भवन के लिए निगम जमीन उपलब्ध करवाएगा और भवन बनाकर भी देगा।
बैठक में उपायुक्त डॉ गर्ग ने बताया कि गुरुग्राम के सेक्टर 67 में 3- 4 कंपनियों के सहयोग से एम3एम कोविड केयर सेंटर बनाया गया है, जहां पर 300 बेड खाली हैं। उस सेंटर में 40 से ज्यादा डॉक्टर उपलब्ध हैं और वह कारपोरेट अस्पताल जैसा सेंटर है। लगभग 350 बेड क्षमता वाले इस सेंटर में अभी 32 मरीज ही दाखिल हैं।


बैठक में मेयर मधु आजाद ने भी अपने विचार रखते हुए कहा कि नगर निगम के पार्षद भी कोविड के खिलाफ लड़ाई में अपना योगदान देना चाहते हैं। वे अपने वार्ड में वैक्सीनेशन कैंप लगवाना चाहते हैं। राव ने अधिकारियों से कहा कि पार्षदों का भी जितना सहयोग हो सके उतना अवश्य करें क्योंकि वे भी जनप्रतिनिधि हैं। इसके अलावा, मेयर मधु आजाद ने पिछले 3 दिन तक लगातार चली बरसात के पानी की निकासी के लिए नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह की सराहना की और कहा कि श्री सिंह ने कोविड को हराकर अभी दोबारा ड्यूटी ज्वाइन की है।

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