गुरुग्राम। सादर इंडिया मंच की ओर से स्थानीय ओल्ड ज्यूडिशियल कम्प्लेक्स इंडिगो डायग्नोस्टिक के प्रांगण में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह में 104 वर्षीय महिला तारा देवी ने आज राष्ट्रीय झंडा तिरंगा फहरा कर लोगों को देश सेवा के लिए समर्पित होने को प्रेरित किया। समारोह को संबोधित करते हुए हरियाणा के पूर्व डीजीपी व सादर इंडिया मंच के अध्यक्ष शील मधुर ने 72 वें गणतंत्र दिवस की बधाई दी और अपने-अपने प्रोफेशन में रहते हुए लोगों से देश के विकास में योगदान देने का आह्वान किया। उन्होंने उपस्थित जन समूह को गणतंत्र के वास्तविक मायने समझाते हुए देश के प्रति उनकी जिम्मेदारियों का विस्तार से उल्लेख किया।
पूर्व डीजीपी मधुर ने इस आयोजन में शामिल होने के लिए शहर के दर्जनों सामाजिक संगठनों के प्रमुखों एवं विभिन्न क्षेत्रों से संबंध रखने वाले गणमान्य लोगों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि हालांकि हमारा देश तो 15 अगस्त 1947 में ही आजाद हो गया था लेकिन वास्तव में आजाद हम 26 जनवरी 1950 को हुए थे जब हमारा अपना संविधान देश में लागू हुआ। उन्होंने कहा कि जब तक अपना नियम और कानून लागू नहीं हो तब तक वास्तव में हम स्वच्छंद होकर देश को चलाने की स्थिति में नहीं होते हैं । उनका कहना था कि पूर्व के वर्षों में क्या स्थिति रही और इसके लिए कौन जिम्मेदार है इन बिंदुओं पर विचार करने की बजाय हमें वर्तमान को सवारने और भविष्य की राह को आसान बनाने के लिए काम करना चाहिए।
श्री मधुर ने अपने संबोधन में सादर इंडिया परिवार की ओर से पूरे वर्ष सामाजिक और आर्थिक उत्थान की दृष्टि से चलाई जा रही गतिविधियों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि हम सभी अपने अपने प्रोफेशन में आजीविका की दृष्टि से सक्रिय रहने के साथ साथ देश के लिए भी कुछ ना कुछ कर सकते हैं। यही कारण है कि दर्जनों सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की ओर से शहर में रचनात्मक गतिविधियां चलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि हमारी इच्छाएं अनंत हैं लेकिन एक समय ऐसा भी आता है जब हमें इन्हें विराम देकर समाज के लिए भी कुछ योगदान करने की दिशा में सोचना चाहिये। छायावादी लहजे में उन्होंने संकेत दिया कि सरकारी सेवा हो या फिर अन्य क्षेत्र सेवानिवृत्ति के बाद आर्थिक उपार्जन का स्रोत बने रहने के बजाय स्वयं को समाज सेवा के लिए समर्पित करने का भाव भी जागृत होना चाहिए। उनका कहना था कि इस प्रकार के आयोजन से लोगों में देश प्रेम की भावना जागृत होती है लोग राष्ट्र के लिए कुछ करने को प्रेरित होते हैं।
पूर्व डीजीपी ने आज के इस समारोह में झंडोत्तोलन करने वाली गुरुग्राम की सबसे बुजुर्ग 104 वर्षीय महिला के जीवन को आज की पीढ़ी के लिए बड़ी प्रेरणा का स्रोत बताया। उन्होंने कहा कि इतनी लंबी अवधि तक सक्रिय रहना वास्तव में हम सबके लिए अनुकरणीय उदाहरण है जबकि उस परिवार के सभी सदस्यों के लिए प्रशंसा का विषय भी। उन्होंने लोगों से संवेदनशीलता के साथ अपने बुजुर्गों की देखरेख करने का आह्वान किया। साथ ही राष्ट्रीय पर्व हो या फिर धार्मिक आयोजन, अपने समाज के बुजुर्गों को सम्मानित करने की सीख भी दी।
समारोह में शामिल हुए सभी अतिथियों को सादर इंडिया परिवार की ओर से पूर्व डीजीपी शील मधुर ने राष्ट्रीय झंडा तिरंगा भेंट किया और उनसे अपने आवासीय भवनों पर इसे फहराने की गुजारिश की। उन्होंने कहा कि अपने आवास पर उन्होंने भी राष्ट्रीय झंडा फहराया है और आवास से बाहर जाने और आने के वक्त उनकी नजर उस पर पड़ती है जिससे उन्हें देश के लिए कुछ कर गुजरने की प्रेरणा हर रोज मिलती रहती है। उन्होंने कहा कि यह ऐसा प्रतीक है जिससे हर भारतवासी के हृदय में देश प्रेम की भावना हिलोरे लेने लगती है जिससे हम अनायास ही राष्ट्र के प्रति नतमस्तक होते हैं।
इस अवसर पर उन्होंने जनमानस को पर्यावरण के प्रति भी जागरूक किया। उनका कहना था कि एक पेड़ लगाने से सैकड़ों वर्षो तक हजारों लोगों को शुद्ध हवा और पानी मिलता है । पर्यावरण संरक्षण आज की नितांत आवश्यकता है जिसके प्रति हम सब को संवेदनशील होना चाहिए । प्रत्येक व्यक्ति को कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए जिसका लाभ वर्तमान में ही नहीं आने वाली पीढ़ी को भी मिलेगी और यह देश जीवन के लिए अनुकूल बना रहेगा।
समारोह को संबोधित करते हुए जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान एवं भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता कुलभूषण भारद्वाज ने सादर इंडिया परिवार का इस आयोजन के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा डीजीपी शील मधुर, अपने आप में हमारे समाज के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं और इनकी कर्तव्य परायणता एवं समाज के उत्थान के लिए इनका समर्पण सराहनीय है।
समारोह में कई प्रमुख सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।