गुरुग्राम 3 जुलाई । गुरूग्राम में बिना फेस मास्क पाए गए 6 हजार लोगों के चालान पुलिस द्वारा किए गए हैं। कोरोना के चलते घर से बाहर निकलते ही सभी के लिए फेस मास्क का प्रयोग अनिवार्य है और मास्क नही होने पर चालान करने के लिए पुलिस के अलावा गुरूग्राम जिला में कार्यरत सभी सरकारी विभागों के कार्यालय प्रमुखों को अधिकृत किया गया है।
यह जानकारी आज डीसीपी हेडक्वार्टर नितिका ने गुरुग्राम के सिविल लाइन स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान दी। इस सम्मेलन में गुरुग्राम के मंडलायुक्त अशोक सांगवान के साथ उपायुक्त अमित खत्री तथा नगर निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह भी उपस्थित रहे।
डीसीपी हेडक्वार्टर नितिका ने बताया कि गुरुग्राम पुलिस द्वारा लगभग 2 हजार पुलिसकर्मी कोविड प्रबंधन की ड्यूटी में लगाए हुए हैं। गुरूग्राम पुलिस कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या को नियंत्रित करने के लिए कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य लगातार कर रही है। गुरूग्राम पुलिस को नगर निगम से प्राप्त 1500 व्यक्तियों की सूची में से 1200 को ट्रेस किया जा चुका है, 270 व्यक्तियों के फोन नंबर और पते गलत पाए गए। अब जब से जिला में टेस्टिंग के लिए आईडी तथा फोन नंबर देना अनिवार्य किया गया है तब से काॅन्टैक्ट टेªसिंग की स्थिति में सुधार हुआ है।
पुलिस मुख्य रूप से कोरोना को लेकर क्वारंटाइन सुविधाओं , कंटेनमेंट जोन , ज्यादा प्रकोप वाले क्षेत्रों , विदेशों से आने वाले यात्रियों आदि कार्यों मे ड्यूटी दे रही है। इसके अलावा, जियो फेंसिंग का कार्य भी किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कान्टैक्ट ट्रेसिंग के लिए कोरोना संक्रमित मरीजों को अब तक लगभग 5 हजार व्यक्तियों को फोन कॉल्स किए जा चुके हैं। इनमें से जिन व्यक्तियों के फोन स्विच आॅफ थे या वे उठा नही रहे थे , ऐसे एक हजार व्यक्तियों का फिजिकल वेरिफाई करके उन्हें समझाया गया है कि वे अपना फोन आॅन रखें तथा काॅल आने पर उत्तर दें।
पुलिस विभाग द्वारा लगातार कंटेनमेंट जोन , विभिन्न जगहों पर लगाए गए पुलिस नाकों , आइसोलेशन वार्ड , हॉस्पिटल , क्वारेंटाइन सेंटर , व कोरोना संक्रमण से अधिक प्रभावित वाले क्षेत्रों में दी जा रही ड्यूटी के बारे में बताते हुए उन्होंने बताया कि कोविड-19 के लिए लगभग 2 हजार पुलिस कर्मचारियों को रिजर्व रखा गया है ,जो सिर्फ कोरोना संक्रमण से प्रभावित क्षेत्रों में रोटेशन के आधार पर ड्यूटी दे रहे हैं। ऐसे क्षेत्रों में किसी भी तरह की लापरवाही ना बरती जाए, इसके लिए एसीपी और इंस्पेक्टर रैंक के पुलिस अधिकारी लगातार ऐसे क्षेत्रों का मौका निरीक्षण करते हैं और वहां पर तमाम गतिविधियों की मॉनिटरिंग की जा रही है।
एक सवाल के जवाब में पुलिस उपायुक्त मुख्यालय ने बताया कि कोरोना प्रबंधन में अग्रिम पंक्ति में ड्यूटी देते हुए पुलिस विभाग के 80 कर्मचारी संक्रमित हुए थे जिनमें से अब ज्यादातर ठीक हो चुके हैं। केवल 14 ही पॉजिटिव बचे हैं जिनका उपचार चल रहा है