पश्चिम बंगाल के स्कूल में पढ़ाया ‘काली त्वचा बदसूरत है’, दो अधिकारी निलंबित

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कोलकाता, 12 जून । पश्चिम बंगाल सरकार ने बर्दवान जिले में स्कूल के दो अधिकारियों को एक ऐसी किताब से पढ़ाने के आरोप में निलंबित कर दिया है, जिसमें काले रंग के लोगों को ‘बदसूरत’ बताया गया है। यह मामला नस्लीय और रंग भेदभाव की पृष्ठभूमि से जुड़ा है।


यह घटना बर्दवान म्युनिसिपल गर्ल्स हाईस्कूल में घटी, जहां एक रिफरेंस बुक में काले रंग की त्वचा वाले व्यक्ति की तस्वीर के साथ ‘बदसूरत’ शब्द का इस्तेमाल किया गया था।

पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने मामले का संज्ञान लिया और मामले में शामिल दो स्कूल अधिकारियों- श्रावणी मंडल और बरनाली दास को निलंबित कर दिया है। चटर्जी ने शुक्रवार को एजेंसी को बताया, “निलंबन अनुशासनात्मक कार्रवाई का एक हिस्सा है। हमने दोनों से स्पष्टीकरण मांगा है कि वे नगर निगम के स्कूल में उस रेफरेंस बुक का उपयोग क्यों कर रही हैं और छात्रों के बीच नस्लीय रूढ़िवादिता को प्रोत्साहित कर रही हैं।”


मंत्री ने कहा कि जिस पुस्तक में काले रंग के व्यक्ति को ‘बदसूरत’ बताया गया है, वह राज्य सरकार द्वारा प्रकाशित पाठ्यपुस्तक नहीं थी।  उन्होंने आगे कहा कि यह एक दुभार्वनापूर्ण प्रयास है। मंत्री ने कहा, “उन्होंने यह पुस्तक बाहर से प्राप्त की और इसे संदर्भ के रूप में उपयोग किया। हम इस मामले को बहुत गंभीरता से देख रहे हैं।”
इस बीच, बर्दवान म्युनिसिपल गर्ल्स हाईस्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के अभिभावकों के एक वर्ग ने भी इस मुद्दे पर विरोध जताया है। 

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