नई दिल्ली। अब भाजपा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरने की रणनीतिपर काम रही है। पार्टी केजरीवाल से हर सवाल का जवाब मांगने की तैयारी में है। हालाँकि केजरीवाल लंबे समय से दिल्ली की राजनीति और आप पार्टी के आंतरिक मामलो पर सवालों से बचने की कोशिश आते रहें हैं। उनकी कोशिश हमेशा रहती है की वे दिल्ली में एकतरफा संवाद कर दूसरों पर भरी परें। लकिन अब भाजपा नेतृत्व ने इस दिशा में काम करने की ठानी है की दिल्ली में हो रही हर बात के लिए उन्हें जवाब देने को मजबूर किया जाये।
हालांकि भाजपा नेतृत्व मानते हैं कि लगातार हो रही घटनाओं नमे शामिल आम आदमी पार्टी के नेताओं ने केजरीवाल को जवाब देने लायक छोड़ा ही नहीं है और इसीलिए वो लगातार मीडिया और जनता के सवालों से भाग रहे हैं। हालात यह है कि उनके पास न तो उनकी सरकार के कामकाज को लेकर कुछ कहने को है और न ही अपनी पार्टी के नेताओं के कारनामों को लेकर उनके पास कोई ठोस जवाब है।
सवालों पर कन्नी काटने लगे
भाजपा नेतृत्व मानता है कि अब जनता ही सीएम केजरीवाल से जवाब मांगेगी क्योंकि जनता ने जिस उम्मीद के साथ आप को चुना था, उसके सपने चकनाचूर होते नजर आने लगे हैं। यह स्वाभाविक है कि केजरीवाल जहां भी जाएंगे, जिस कार्यक्रम में भी शामिल होंगे, जनता उनसे उठकर सवाल पूछेगी। ऐसा इसलिए क्योंकि जनता के मन में कई सवाल हैं। मंत्री संदीप कुमार के सेक्स सीडी कांड के बाद भी केजरीवाल मीडिया के सामने नहीं आए। मीडिया से उन्हें ऐसा दर लगने लगलग है कि वे एक वीडियो संदेश जारी कर अब अपनी जान बचते है क्योंकि उनके पास मीडिया के सवालों के जवाब नहीं होते हैं।
उनपर यह भी आरोप है की वे लगातार दिल्ली से बहार रहने लगे है जबकि दिल्ली के किसी कार्यक्रम में भाग नहीं लेते है। केजरीवाल को इस बात का डर है कि जिस तरह वे जनता को उकसाते थे कि वे नेताओ से सवाल पूंछें वही स्तिथि उनके साथ नहीं हो जाये। जनता रास्ते में रोककर कोई सवाल न पूछने लगेगी।
केजरीवाल रोम यात्रा के बाद सोमवार रात ही दिल्ली लौटे हैं और बुधवार को उनका पंजाब दौरा शुरू हो रहा है। पंजाब दौरा खत्म करते ही केजरीवाल दिल्ली लौटेंगे जरूर लेकिन दो दिन बाद ही उन्हें बेंगलुरु जाना है, जहां उनकी गले की सर्जरी होनी है। इसके लिए वो करीब दस दिनों तक एक बार फिर दिल्ली से बाहर रहेंगे। इस बीच विधानसभा का सत्र भी है। एक दिन के इस सत्र में भी केजरीवाल के नदारद रहने की खबर है।