गुरुग्राम, 21 जनवरी। गुरुग्राम जिला के लोगों को अंगदान के लिए प्रेरित करने को लेकर जिला प्रशासन द्वारा एक्टिविटी कलेण्डर तैयार किया जाएगा। इसके तहत लोगों की अंगदान को लेकर भ्रांतियों को दूर करने का प्रयास किया जाएगा ताकि लोग इस पहल से जुड़े और इसे सफल बनाने में अपना योगदान दें।
यह जानकारी आज गुरूग्राम के उपायुक्त अमित खत्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान दी गई। बैठक में कई स्वयंसेवी संस्थाओं, निजी अस्पतालों तथा स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया और इस योजना के बेहतर क्रियान्वयन को लेकर अपने विचार रखे। बैठक में चंडीगढ़ मुख्यालय से पहुंचे डा. जी एल सिंघल ने बताया कि हरियाणा प्रदेश में हर साल 1.8 लाख लोगों की मृत्यु होती है जिनमें से 6000 लोगों की मृत्यु दिमाग के डेड होने से होती हैं। उन्होंने बताया कि एक अध्ययन के अनुसार एक व्यक्ति के शरीर के अंगो से 6 लोगों के जीवन को बचाया जा सकता है। यदि प्रदेश के लोगों में अंगदान के प्रति जागरूकता हो तो कई लोगों को नया जीवन दिया जा सकता है।
बैठक में मुख्यमंत्री की सुशासन सहयोगी स्वाति ने पावर प्वाइंट प्रैजेंटेशन के माध्यम से अंगदान संबंधी महत्वपूर्ण तथ्यों को उजागर किया। उन्होंने बताया कि ब्रेन डेड एक महत्वपूर्ण विषय है जिसे लेेकर लोगों में जागरूकता अपेक्षाकृत कम हैं। ऐसे व्यक्ति के शरीर के ब्रेन के अलावा सभी अंग ठीक से काम करते हैं। ऐसे व्यक्ति का ब्रेन दोबारा जीवित नही किया जा सकता लेकिन उसके शरीर के अंगो का इस्तेमाल दूसरे व्यक्ति के जीवन को बचाने में किया जा सकता है। इसलिए जरूरी हैं कि लोग इस तथ्य को समझें और ऐसे लोगों के शारीरिक अंगो का प्रयोग अन्य जरूरतमंद लोगों का जीवन बचाने के लिए करें। उन्होंने बताया कि वर्तमान में गुरूग्राम जिला में 5 ट्रांसप्लांट सैंटर मेदांता, फोर्टिस, आर्टिमिस , मैक्स तथा पारस अस्पताल में स्थित हैं। इन सभी अस्पतालों मे ट्रांसप्लांट कोर्डिनेटरों को लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उपायुक्त ने कहा कि अंगदान को लेकर लोगों में धार्मिक भ्रांतियां भी रहती है जिसे दूर किया जाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इन भ्रांतियों को दूर करने के लिए समाज में विभिन्न वर्गोें के लोगों सहित स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा। इसे एक बड़े अभियान के रूप में चलाया जाएगा ताकि लोग अंगदान करने संबंधी सभी तथ्यों को समझ सकें और इस जनहित के कार्य में सहयोग दे । उन्होंने बताया कि इस विषय को लेकर लोगों में जागरूकता लाने के लिए स्कूलों व महाविद्यालयों सहित जिला के निजी व सरकारी अस्पतालों में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
बैठक में उपस्थित गुरूग्राम के अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार ने कहा कि लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए डाक्यूमेंट्री फिल्में भी तैयार करवाई जाएंगी। लोगों में जागरूकता लाने के लिए जिला प्रशासन के विभिन्न विभागों का भी सहयोग लिया जाएगा। सिविल सर्जन डा. जे एस पूनिया ने कहा कि अंगदान संबंधी जानकारी समाज में ग्रास रूट लेवल तक जानी अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए विभिन्न संस्थाओं के हितधारकों तथा पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाना आवश्यक है।
गौरतलब है कि हरियाणा प्रदेश में अंगदान का महत्व जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से प्रदेश के चार जिलों नामतः गुरूग्राम, फरीदाबाद, रोहतक व पंचकूला में इस प्रौजेक्ट को पायलेट तौर पर चलाया जाएगा। इन जिला में इसके सफल प्रयोग के बाद इन्हे प्रदेश के अन्य जिलों में लागू किया जाएगा। आज गुरूग्राम जिला में इसकी पहली बैठक आयोजित की गई जिसमें चंडीगढ़ मुख्यालय से डा. जी एल. सिंघल ने भाग लिया।
इस अवसर पर गुरूग्राम के अतिरिक्त उपायुक्त प्रशांत पंवार, डीसीपी मुख्यालय शंशाक सावन, जिला शिक्षा अधिकारी इंदु बोकन, मोहन फाउंडेशन से पल्लवी, आॅर्गन इंडिया से सुनैना, सिविल सर्जन डा. जे एस पूनिया, डा. संजय नरूला सहित मेदांता, पारस अस्पताल सहित स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।