नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे 23 मई को आएंगे। लेकिन उसके पहले कई ज्योतिषी और सेफोलॉजिस्ट अपने अनुमानों के आधार पर अगले प्रधानमंत्री की घोषणा करेगे. कुछ ऐसी ही घोषणा महाराष्ट्र के बुलठाणा भेंडवलाल इलाके की 300 साल पुरानी परंपरा के आधार पर की गई हैं।
परंपरा के अनुसार पानी से भरे एक मटके को जमीन के अंदर दबा दिया जाता हैं। इस मटके पर एक पान और उस पर एक रुपए का सिक्का और फिर उस पर एक सुपारी रखी जाती है। अगर सुपारी इधर-उधर होती हो तो देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर दूसरा शख्स बैठेगा। लेकिन अगर सुपारी अपनी जगह पर बनी हुई है, तो वही शख्स फिर से प्रधानमंत्री होगा जो वर्तमान में हैं।
बताया जा रहा है कि इस बार सुपारी अपनी जगह पर बनी रही। ऐसे में मोदी के एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनने की घोषणा की गई हैं। बुलढाणा के भेंडवलाल में इस परंपरा के आधार पर इलाके मे होने वाली बारिश और फसल का भी अनुमान लगाया जाता हैं। यहां पर मटके के आस-पास दाल,चावल, गेंहू,आलू के पापड जैसी चीजों को एक से 2 फुट के दायरे मे फैला दिया जाता है।