विश्व के बाजार से जुड़ने से भारतीय किसान होंगे सम्पन्न : रूपाला

Font Size

– वर्ल्ड यूनियन आफ हॉलसेल मार्केट (व्योम) की दो दिवसीय कांफ्रेंस शुरू

– केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री बोले, ई-नाम प्रणाली को व्योम से जोड़ा जाए

विश्व के बाजार से जुड़ने से भारतीय किसान होंगे सम्पन्न : रूपाला 2

गुरूग्राम। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला ने कहा कि भारतीय किसानों को अंतरराष्ट्रीय बाजार के नेटवर्क के साथ जोडऩा आवश्यक है। राष्ट्रीय कृषि बाजार के साथ व्योम के जुड़ने से कृषि और किसान के विकास को बल मिलेगा। इससे कृषि क्षेत्र में अपेक्षित बदलाव होंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की ओर से किसानों की उत्पादकता के साथ आय में वृद्धि करने के ठोस उपायों पर किया रहा है। गुरूग्राम में आयोजित विश्वस्तरीय 32वीं वल्र्ड यूनियन आफ हॉलसेल मार्केट (व्योम) की दो दिवसीय कांफ्रेंस भी किसान उत्थान की दिशा में अहम कदम है।

विश्व के बाजार से जुड़ने से भारतीय किसान होंगे सम्पन्न : रूपाला 3

श्री रूपाला गुरूवार को गुरूग्राम में आयोजित वर्ल्ड यूनियन आफ हॉलसेल मार्केट (वयोम)कांफ्रेंस के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। इससे पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री सहित उड़ीसा के सहकारिता मंत्री सूर्य नारायण पात्रो व हिमाचल प्रदेश के कृषि मंत्री रामलाल मारकंडे का हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने पारंपरिक तरीके से मान-सम्मान की प्रतीक पगड़ी पहनाते हुए अभिनंदन किया। उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय कांफ्रेंस में 18 देशों के प्रतिनिधियों सहित 16 देशों के दूतावास प्रतिनिधि व देश के विभिन्न राज्यों से 50 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।

विश्व के बाजार से जुड़ने से भारतीय किसान होंगे सम्पन्न : रूपाला 4

केंद्रीय कृषि एवं पंचायत राज्य मंत्री रूपाला ने विश्व भर से आए प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि देश के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसानों के हितों को सामने रखते हुए थोक व्यापारियों का अधिवेशन आयोजित हुआ है। प्रधानमंत्री द्वारा नए भारत के निर्माण में इस प्रकार के अधिवेशन मील का पत्थर साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ई-नाम प्रणाली को व्योम से जोड़ते हुए किसानों को साधन संपन्न बनाया जाएगा। उन्होंने हरियाणा सरकार तथा विशेष रूप से प्रदेश के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ की सराहना करते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश ने डिजिटल तकनीक का उपयोग करते हुए सबसे पहले भावांतर जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं को लागू करते हुए किसान हितैषी सोच को साकार किया है।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षा है कि ई- राष्ट्रीय कृषि बाजार(ई-नाम) जैसी प्रणाली को अंतरराष्टीय व्यापार मंच के साथ जोड़ते हुए किसानों को उनकी फसल के उचित भाव देने के साथ ही किसान को अंतरराष्ट्रीय मार्केट के साथ सीधा जोडऩा है। यही कारण है कि आज व्योम के माध्यम से आयोजित कांफ्रेंस में आए सुझावों के आधारभूत सकारात्मक निर्णय लेने के लिए सफलतम कदम बढ़ाए जाएंगें। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश अंतरराष्ट्रीय मानकों से ज्यादा उत्पादन कर रहा है लेकिन अब इसे अंतरराष्ट्रीय व्यापार से जोडऩे की जरूरत है। इसी कड़ी में हरियाणा द्वारा एग्री लीडरशिप व एग्री बिजनेस जैसे बड़े कार्यक्रमों की मेजबानी करते हुए किसानों को मूल्यों आधारित फसल उत्पादन के लिए मंच प्रदान करते हुए प्रेरित किया गया है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से कांटेक्ट फार्मिंग एक्ट बनाया है ताकि किसानों के साथ मिलकर कंपनियां उपभोक्ताओं की जरूरत के हिसाब से उत्पादन कर सकें।

आधुनिकतम मंडियों का हरियाणा कर रहा है निर्माण : धनखड़

हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने दुनिया भर से आए प्रतिनिधिमंडलों का स्वागत करते हुए बताया कि दुनिया की तर्ज पर हमनें किसानों की खुशहाली के लिए नई आधुनिक मंडियों का निर्माण किया है। गुरूग्राम में निदरलैंड की तर्ज पर फूलों की मंडी विकसित की जाएगी वहीं पिंजौर में सेब की नई मंडी बना रहे हैं। साथ ही गन्नौर में 600 एकड़ में बड़ी मंडी विकसित की गई है ताकि किसानों को उत्पादन के साथ बिक्री में हर संभव सुविधा मिले। उन्होंने कहा कि थोक की जितनी भी मार्केट हैं वे प्राइवेट नहीं हैं बल्कि सामाजिक दायित्व निर्वहन करने वाली हैं। उन्होंने बताया कि बिजिंग की एक हजार एकड़ में बनी मंडी, रंगिस, जूरिन, इजराइल सहित अन्य देशों की मंडियों का दौरा कर चुके हैं और अब थोक मार्केट में सुधार कैसे हो इसके लिए व्यापक विचार विमर्श करने हेतु दो दिवसीय कांफ्रेंस की मेजबानी हरियाणा कर रहा है। किसानों को उनके खेत के नजदीक ही बाजार विकसित करने के लिए ग्राम हाट कलस्टर स्तर पर बनाए गए हैं और अब हॉलसेल मार्केटिंग की भूमिका आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए सकारात्मक कदम है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार किसानों की सुख सुविधा के साथ ही उनकी फसल का उचित भाव दिलाने के लिए प्रयासरत है और इसी कड़ी में भावांतर भरपाई योजना को मूर्त रूप हरियाणा में दिया गया है जो आज अन्य राज्यों के लिए अनुकरणीय बन रही है। उन्होंने बताया कि डिजिटल तकनीक के साथ योजना को जोड़ा गया है ताकि किसान का लाभ किसी भी रूप से बिचौलियों को न मिले और सीधे किसान का जुड़ाव सरकार की क्रियांवित योजना से हो।

शुभारंभ अवसर पर वल्र्ड यूनियन आफ हॉलसेल मार्केट (व्योम)के चेयरमैन जेंगजुन मा व लंदन स्कूल आफ इकोनोमिक्स के प्रोफेसर निलेश दत्तानी ने भी विश्वस्तरीय कांफ्रेंस मेंं अपने विचार रखते हुए व्योम के उद्देश्यों से अवगत कराया।
इस मौके पर हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की चेयरमैन कृष्णा गहलावत, किसान आयोग के चेयरमैन रमेश यादव, वयोम के निदेशक डा.जे.एस.यादव, कृषि विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव नवराज संधु, कृषि विभाग हरियाणा के निदेशक डी.के.बेहरा, मार्केटिंग बोर्ड के मुख्य प्रशासक हरदीप सिंह, बागवानी विभाग के निदेशक डा.अर्जुन सिंह सैनी, उपायुक्त विनय प्रताप सिंह सहित विभिन्न देशों के प्रतिनिधिमंडल मौजूद रहे।

You cannot copy content of this page