लायंस पब्लिक स्कूल में जीवन शैली बदलने की सीख

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लायंस पब्लिक स्कूल, सेक्टर 10 ए में एनएसएस की कार्यशाला

स्वास्थ्य व पौष्टिक आहार के सामंजस्य पर हुई चर्चा

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गुरुग्राम : लायंस पब्लिक स्कूल सेक्टर 10 ए, गुरुग्राम में राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS)के तीसरी कार्यशाला का आयोजन शनिवार को किया गया. इसका मुख्य उद्देश्य स्वास्थ्य व पौष्टिक आहार के प्रति बच्चों को जागरूक करना व उन्हें इसे अपने जीवन में प्रभावी बनाने को प्रेरित करना था.

जनहित को ध्यान में रखते हुए आयोजित इस कार्यक्रम में विद्यालय की प्रधानाचार्या इंदु कौशिक ने अपने स्वागत भाषण में इस कार्यशाला के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया. उन्होंने कहा कि इससे बच्चों को अपने ही नहीं बल्कि अपने परिवार के लिए भी स्वास्थ्य व पौष्टिक आहार की दृष्टि से जागरूक बनाना संभव हो सकेगा.

 

स्वास्थ्य व समय दोनों महत्वपूर्ण

 

विद्यालय के मेनेrajiv-kumaar-1जर राजीव कुमार ने कार्यशाला में शामिल बच्चों को संबोधित करते हुए  जीवन में स्वास्थ्य व समय के महत्व को रेखांकित किया. उनके अनुसार ये दो ऐसे पहलु हैं जिसे हम नजरअंदाज नहीं कर सकते. इनका हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व है. उन्होंने कहा कि एक तरफ समय है जिसका हमने सदुपयोग करना अगर सीख लिया तो उससे हम जीवन के हर क्षेत्र में सफल हो सकते हैं. समय किसी का इन्तजार नहीं करता इसलिए हमें एक एक क्षण का महत्व समझते हुए मेहनत व लगन से अपने लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास करना चाहिए. इसी तरह स्वस्थ्य हमारा सबसे बड़ा धन है . अगर हम स्वस्थ हैं तभी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मेहनत कर सकेंगे और आगे लगन से काम कर सकेंगे. और स्वास्थ्य पूरी तरह पौष्टिक आहार पर निर्भर है. हमें इन बातों का ख़याल अवश्य करना चाहिए .

 

स्वच्छता पर ध्यान देना जरूरी

 

इस अवसर पर विद्यालय की कोओरडीनेटर दिनेश आर्य ने दिनचर्या पर प्रकाश डाला. उनके अनुसार जीवन जीना भी एक कला है और अगर हमने जीने के तौर तरीके में थोडा सा बदलाव कर लिया तो अपना ही नहीं औरों का भी भला कर पायेंगे. उनका कहना था कि हमें स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ ख़ास आदतें डालनी चाहिए. खान पान का हमारे शरीर व मन दोनों से सीधा सम्बन्ध है. जैसा अन्न वैसा मन/ इसलिए हमें  स्वच्छता पर ध्यान देना जरूरी है.

 

पौष्टिक आहार के साथ योग भी जरूरी

 

विद्यालय की वरिष्ठ प्रधानाचार्या नीलिमा प्रकाश ने बच्चों को पौष्टिक आहार के साथ साथ योग को भी अपने नियमित जीवन का अनिवार्य अंग बनाने की सलाह दी. इनका कहना था कि भोजन जितना जरूरी है उतना ही व्यायाम भी. जैसे भोजन हम ऊर्जा के लिए खाते हैं उसी तरह व्यायाम से भी हमा22-loins-school-3-aरे अंग प्रत्यंग को स्फूर्ती व उर्जा मिलती है. हम हमेशा तनाव मुक्त रहते हैं. इससे हमारा शरीर सदा सक्रिय रहता है. हमारे विचार सकारात्मक रहते हैं जों हमें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करते है.

 

बच्चों ने बनाए अपने पसंद के  पौष्टिक भोजन

 

विद्यालय में आयोजित इस अनोखी कार्यशाला में सभी बच्चों ने अपने पसंद का पौष्टिक भोजन तैयार किया. बच्चों ने स्वास्थ्य पर इस भोजन के विविध आयाम को आहार विशेषज्ञों से समझा. कार्यशाला में विद्यालय की लाइफस्किल प्रमुख पूनम गावरी व पूनम बाला ने बच्चों को पौष्टिक आहार तैयार करने में किन बातों का ध्यान रखना चहिये इसे विस्तार से समझाया. कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम अधिकारी किरण बाला ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए उम्मीद जताई कि इस तरह के आयोजन से सभी को लाभ होगा.

 

Suvash Chandra Choudhary

Editor-in-Chief

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